देशभर में लव जिहाद पर बहस छिड़ी हुई है। बीजेपी शासित राज्य इसको लेकर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। अब इसी बीच टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने कहा है कि प्यार बहुत व्यक्तिगत है। लव और जिहाद को एकसाथ नहीं जोड़ा जा सकता। चुनाव से ठीक पहले कुछ लोग इस तरह के विषयों के साथ आते हैं। यह एक व्यक्तिगत पसंद है कि किसके साथ आप रहना चाहते हैं। प्यार में रहें और एक-दूसरे के प्यार में पड़ते रहें। धर्म को राजनीतिक औजार न बनाएं।”
उत्तर प्रदेश में जल्द लव जिहाद पर कानून बनाने की सूचना पर अयोध्या के संतों ने हर्ष व्यक्त किया है। संतों ने ये भी कहा कि इस पर कानून बहुत पहले बन जाना चाहिए था लेकिन अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानून लाते हैं और बनाते हैं तो ये प्रदेश में महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार पर रोक होगी, इसकी संतों ने सराहना की है।
अयोध्या में संतों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद दिया है. संतों ने कहा कि रामलीला सीता के सम्मान में की गई और महिला के सम्मान में ही महाभारत हुई। ऐसे में भारत में भी महिलाओं के सम्मान में ठोस कदम उठाना चाहिए और लव जिहाद जैसे मामले पर रोक लगाने के लिए जल्द ही कानून बनाया जाए।
रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि लव जिहाद जैसे मामलों पर कानून बहुत पहले बन जाना चाहिए था। हिंदू लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है।
हिंदू लड़कियों को प्रलोभन देकर लव जिहाद में फंसाया जाता है। इसके खिलाफ कठोर कानून बने और कोई भी अगर लव जिहाद में पकड़ा जाता है तो उसको सजा मिले। इस तरह के मामले में हिंदू लड़कियों का शोषण होता है।
ऐसे मामलों को अगर कानून बनता है तो बहुत ही अच्छी बात है। लड़कियों के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न पर लगाम लगेगी, साथ ही पकड़े गए व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई होगी।