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डराने वाली है उपद्रव की ये तस्वीरें, अब पुलिस की बारी, बचकर निकलना हैं मुश्किल, जानें रणनीति

By Amit ranjan 
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नई दिल्ली : देश के इतिहास में कल यानी की 26 जनवरी 2021 का दिन एक बुरे दिन के रूप में याद किया जायेगा, क्योंकि इस दिन लालकिले पर जो भी हुआ वो बहुत बुरा था। हम आपको इसी हिंसा की कुछ ऐसी तस्वीरें दिखाएंगे जो बेहद ही डराने वाला हैं। गौरतलब है कि पुलिस ने इस मामले में 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि जैसे-जैसे मामले सामने आ रहे हैं, शिकायतें मिल रही हैं।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि आंदोलनकारियों द्वारा हिंसा में 83 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। वहीं उन उपद्रवियों की पहचान भी की जा रही है, जिन्होंने इस उपद्रव में अहम रोल अदा किया। आपको बता दें कि पुलिस सभी मोबाइल और वीडियो फुटेज के जरिये उन लोगों की पहचान कर रहीं है, जिसमें क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की टीम को उनकी मदद करने को कहा गया है।

किन-किन क्षेत्रों में हुई थी गड़बड़ी
लालकिला, मध्य दिल्ली, मुकरबा चौक और नांगलोई में जहां पर गड़बड़ी थी, वहां लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी जुटाए जा रहे हैं। पुलिस टीम पर हमला करने वालों और लाल किले की प्राचीर पर चढ़ने वालों के मोबाइल वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज के जरिए पहचान की जाएगी।


26 जनवरी के दिन क्या-क्या हुआ?
26 जनवरी के दिन कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालने की अनुमति मांगी थी। दिल्ली पुलिस ने उन्हें तीन रास्तों से ट्रैक्टर मार्च निकालने की अनुमति दे दी। शर्त थी कि जवानों की परेड होने बाद 12 बजे से किसान दिल्ली में तीन तय रास्तों से दाखिल हो सकते हैं, लेकिन किसानों ने तय शर्त तोड़ दी।


किसानों ने तोड़ी कौन-कौन सी शर्त?
पहला, तय वक्त से पहले दिल्ली की सीमा में दाखिल हुए, दूसरा वे तय रास्तों के अलावा दूसरे रास्तों से आए। ऐसे में पुलिस और किसानों के बीच विवाद हुआ। किसानों ने कई जगहों पर पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए। ITO पर किसानों ने पुलिसवालों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। इसके बाद प्रदर्शनकारी लालकिले तक पहुंच गए और वहां पर अपना झंडा फहराया।


लाल किले पर लगाया गया धार्मिक ध्वज ‘निशान साहिब’
लाल किला पर प्रदर्शनकारियों ने जो झंडा लगाया वह धार्मिक ध्वज ‘निशान साहिब’ था। सिख धर्म में निशान साहिब को पवित्र ध्वज माना जाता है। यह त्रिकोणीय ध्वज कपास या रेशम के कपड़े का बना होता है। इसमें खंडा चिह्न भी होता है। यह नीले रंग से बना होता है। ध्वजडंड के कलश पर छपा खंडा इस बात का प्रतीक है कि सिख के अलावा किसी भी धर्म का व्यक्ति धार्मिक स्थल में प्रवेश कर सकता है।


उपद्रवियों ने 8 बसों के अलावा 17 गाड़ियों में की तोड़फोड़
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की 8 बसों को क्षतिग्रस्त कर दिया। ट्रैक्टर से टक्कर मारी। शीशे भी तोड़ दिए गए। प्रदर्शनकारियों ने आम आदमियों की 17 गाड़ियों को भी निशाना बनाया। उन्होंने पुलिस के करीब 300 बैरिकेड्स को तोड़ दिए।


अपने कर्मियों के लिए अमेरिका ने जारी की एडवाइजरी
अमेरिका ने गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा पर दिल्ली में काम करने वाले अपने कर्मियों को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के काम करने वाले लोगों से कहा कि जिन जगहों पर किसानों और पुलिस के बीच झड़पें हुई हैं, वे वहां से दूर ही रहें। वे किसी भी बड़े समूह, विरोध या प्रदर्शन के आसपास के क्षेत्रों में सतर्कता बरतें।

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