गुजराती न्यूज पोर्टल ‘फेस ऑफ नेशन’ के एडिटर धवल पटेल के खिलाफ दर्ज राजद्रोह का केस खारिज कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने गुजरात हाई कोर्ट में सशर्त मांफी मांग ली है।
आपको बता दे, धवल पटेल ने राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले पर रिपोर्ट करते हुए गुजरात में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना जताई थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
जस्टिस आरपी ढोलारिया ने 6 नवंवर को एफआइआर खारिज करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि करियर शुरू करने वाले युवा पत्रकार के माफीनामे से वह संतुष्ट हैं।
इसके साथ ही हिदायत दी कि भविष्य में कोई लेख प्रकाशित करने में सतर्क रहें कि किसी संवैधानिक पदाधिकारी के खिलाफ इस प्रकार की अपुष्ट टिप्पणी नहीं हो।
अहमदाबाद पुलिस की अपराध शाखा द्वारा भारतीय दंड संहिता की धारा 124(ए) और आपदा प्रबंधन कानून के तहत दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, धवल पटेल ने 7 मई को अपने पोर्टल पर एक खबर लिखी थी, जिसका शीर्षक था, ‘मनसुख मंडाविया को हाईकमान ने बुलाया, गुजरात में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना’।
खबर में कहा गया था कि कि मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के कोरोना वायरस संकट से निपटने के तरीके से आलाकमान खुश नहीं है, लिहाजा रूपाणी के स्थान पर केंद्रीय मंत्री मंसुख मंडाविया को मुख्यमंत्री बना सकता है। बता दें कि मंडाविया केंद्रीय मंत्री और गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं।