रिपोर्ट- पल्लवी त्रिपाठी
नई दिल्ली : कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में कई राज्यों में लॉकडाउन लगाने की स्थिति बन गई है। कोरोना काल में लॉकडाउन की संभावना ने जहाँ लोगों को चिंता में डाल दिया है, वहीं गरीब व बुजुर्गों का हाल काफी बुरा है। जिन गरीब बेसहारा बुजुर्गों को उनके बच्चों ने सड़क पर छोड़ दिया, वो भूखे मरने को मजबूर हो गए हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहाँ एक शख्स सड़क पर बेसहारा बैठी बुजुर्ग महिला को खाना और पानी देता है। वहीं, महिला खाना तो ले लेती है, लेकिन उसका स्वाभिमान आज भी जिंदा है। बूढ़ी अम्मा तुरंत अपनी साड़ी के टोक से पैसे निकालती है और शख्स को देने लगती है। हालांकि, शख्स पैसे लेने से मना कर देता है। अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग भावुक हो जा रहे हैं और उनकी आँखों से आँसू टपकने लग रहा है।
वीडियो में सहायता मिलने पर माताजी की खुशी देख आंखें नम हो गयीं. वे पैसे भी दे रहीं थीं, लेकिन सहायता करने वाले सहजता से मना किया.
बुज़ुर्गों को इस हाल में देखकर दुख होता है. जहां बुज़ुर्गों को यूं हाशिये पर छोड़ा जाएगा, उस समाज का पतन निश्चित है.Please take care of elderlies! pic.twitter.com/5SQZgBCSot
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) April 25, 2021
वीडियो में आप देख सकते हैं कि सड़क किनारे दयनीय स्थिति में एक बेहद बुजुर्ग महिला बैठी हुई है। इसकी स्थिति देखकर ऐसा लग रहा है, मानों कितने दिनों से भूखी हो। तभी एक शख्स अम्मा की ओर बढ़ता है। बूढ़ी महिला के सामने पहुंचकर उसे पानी की बोतल और खाना देता है। खाना मिलने के बाद अम्मा भावुक हो जाती हैं और उनकी आंखों से आंसू निकल आते हैं। लेकिन फिर खुद्दारी से अम्मा तुरंत पोटली से पैसे निकालकर खाने के एवज में शख्स को देने लगती हैं। लेकिन शख्स पैसे लेने से मना कर देता है।
इस वीडियो को सेव ह्यूमेनिटी नामक संगठन ने शूट किया है। जिसे आईपीएस दीपांशू काबरा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर होते ही वायरस हो गया। इस पोस्ट को अब तक हजारों लाइक मिल चुके हैं।
दीपांशू काबरा ने पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा- ‘वीडियो में सहायता मिलने पर माताजी की खुशी देख आंखें नम हो गयीं। वे पैसे भी दे रहीं थीं, लेकिन सहायता करने वाले ने सहजता से मना किया। बुज़ुर्गों को इस हाल में देखकर दुःख होता है। जहां बुज़ुर्गों को यूं हाशिये पर छोड़ा जाएगा, उस समाज का पतन निश्चित है।’
इस पोस्ट पर कई यूजर्स ने तरह-तरह की प्रतिक्रिया दी। कुछ यूजर ने पेशकश की है कि अम्मा का पता दिया जाए ताकि उनकी मदद की जा सके। तो वहीं कुछ लोग उन्हें वृद्धाश्रम भेजने की बात कह रहे हैं, जिससे उनकी सही देखभाल हो पाए। सोशल मीडिया यूजर्स अम्मा के स्वाभिमान की काफी तारीफ भी कर रहे हैं।