वॉशिंगटन: ऐस्टुरॉइड अपोफिस यानी ‘तबाही का देवता’ की पहली तस्वीर सामने आई है जो तीसरा तीसरा सबसे खतरनाक ऐस्टडरॉइड अपोफिस धरती के पास आ रहा है और 6 मार्च को धरती के पास से गुजरेगा बतादें की अगर किसी वजह से यह धरती से टकरा गया तो महाविनाश होगा।
‘तबाही का देवता’ यानी ऐस्टुरॉइड अपोफिस की दुनिया के सामने पहली तस्वीर सामने आई है कहा जा रहा है की 6 मार्च को पृथ्वी के पास से गुजरेगा और खगोलविदों ने वर्चुअल टेलिस्कोप की मदद से करीब डेढ़ करोड़ किलोमीटर की दूरी से महाविनाशक ‘तबाही का देवता’ की तस्वीर सामने आई है।
खगोलविदों का कहना है की 8 साल की निगरानी के बाद हमने ऐस्टुरॉइड अपोफिस की फिर तस्वीर खींचने में सफलता हासिल हुई है और अपोफिस सभी संभावित खतरनाक ऐस्टसरॉइड का राजा माना जाता है। बतादें की करीब 370 मीटर चौड़ी इस चट्टान के 48 सालों में टकरान का खतरा है। हालांकि इस मामले में नासा के वैज्ञानिकों ने कहा हैकी इसकी अभी टकराने की संभावना बहुत कम की है।
बताया जा रहा है की अपोफिस ऐस्टारॉइड 6 मार्च को यह ऐस्टंरॉइड पृथ्वी के पास से गुजरेगा और वर्चुअल टेलिस्कोप प्रॉजेक्ट पर 24 घंटे ऐस्ट रॉइड अपोफिस के गुजरने का लाइव प्रसारण किया जाएगा। यह महाविनाशक ऐस्टटरॉइड सोलर सिस्टोम में मौजूद सबसे खतरनाक चट्टानों में से एक माना जाता है।
हवाई विश्वविद्यालय के खगोलविदों का अपोफिस ऐस्टारॉइड का मानना है की अपोफिस ऐस्टारॉइड बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और अगर अभी नहीं टकराया तो आने वाले 48 सालों में पृथ्वी से टकरा सकता है और नासा के वैज्ञानिक इसके हर कदम पर नजर रख रहे हैं। यह ऐस्टरॉइड कितना शक्तिशाली है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह अगर पृथ्वी से टकराता है तो 88 करोड़ टन TNT के विस्फोट के बराबर असर होगा।वहीं दूसरी तरफ हवाई यूनिवर्सिटी के खगोलविद डेविड थोलेन ने कहा कि सुबारू टेलिस्कोप से मिले डेटा के आधार पर खुलासा हुआ है कि अपोफिस बहुत तेजी से गति पकड़ रहा है।