रिपोर्ट: गीतांजली लोहनी
उत्तर प्रदेश: यूपी के फर्रुखाबाद से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां मासूम के बिस्तर गंदा करने पर महिला बन गयी उसकी जान की दुश्मन। इतना ही नहीं अपने अपराध पर पर्दा डालने के लिए महिला ने पिता के साथ मासूम के शव को दफना भी दिया और बच्चे के अपरण की कहानी भी रच डाली। लेकिन खाकी की निगाहों ने इस महिला के अपराध से ऐसे पर्दा घटाया कि महिला और उसके पिता को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
बता दें कि एक पिता की अपने बच्चें को पढ़ाई करवाने की चाह ने इस दुनिया से अलविदा कर दिया। दरअसल, मासूम बच्चे की मां का 3 साल पहले ही निधन हो गय़ा था और वह अपने पापा के साथ यूपी के एटा जिले में अकेले रहता था। पढ़ाई के लिए 5 साल का यश प्रताप पिछले 7 महिनें से फरुर्खाबाद की न्यू फौजी कॉलोनी में अपनी चाची के घर रहने आया था। लेकिन चाची ने अपने भतीजे की एक गलती पर उसे मौत के घाट उतार दिया ।
हत्या की साजिश को ऐसे किया फ्रेम-
रविवार को घटित हुई इस घटना की पहली शिकायत सोमवार को पुलिस को मिली , जिसमें बताया गया कि यश प्रताप अपने चाचा शैलेंद्र सिंह के घर से लापता हो गया है। जानकारी के मुताबिक , बच्चा एक मेले से लापता हो गया था, जहां वह अपनी चाची नीरज के साथ गया था। मामले को सुनकर पुलिस ने इसमें अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करली थी। जिसके बाद पुलिस छानबीन में लग गयी औऱ मेले की फुटेज को खंगालना शुरु किया लेकिन इस फुटेज में चाची नीरज के साथ बच्चा दिखाई नहीं दिया। इस अपहरण की घटना पर मासूम के पिता बृजेन्द्र सिंह ने कहा कि उनकी भाभी नीरज ने उन्हें 7 फरवरी को बताया कि उनका बेटा मेले से गायब है। उसके अगले दिन सुबह पुलिस की पुछताछ करने पर चाची नीरज ने अपना बयान एकदम से बदल दिया नीरज के मुताबिक , यश ने बिस्तर गंदा कर दिया था जिसको लेकर उसकी चाची ने यश को घर से बाहर निकाल कर दरवाजा बंद कर दिया था, और जब दरवाजा खुला तो बच्चा वहां से गायब था। मेले की सीसीटीवी फुटेज और महिला के बदलते बय़ान को देखकर पुलिस को शक हुआ।
जिसके बाद पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो महिला ने अपना अपराध कुबूल कर लिया और पुलिस को उस जगह ले गई जहां उसने अपने 65 वर्षीय पिता राम बहादुर की मदद से मासूम के शव को दफनाया था। जिसके बाद महिला के पिता को भी मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। तो वहीं पुलिस अधीक्षक (एसपी) फरुर्खाबाद, अशोक कुमार मीणा ने बताया कि पूछताछ के दौरान, नीरज ने पुलिस को बताया कि पिटाई और भतीजे की हत्या करने के बाद, उसने अपने पिता को फोन किया और उन्हें इस घटना की जानकारी दी।
पिता- पुत्री ने मिलकर रचा षडयंत्र-
बता दें कि महिला नीरज का पिता राम बहादुर उसके घर से 60 किमी दूर रहता है, और पिता ने उन्हें सलाह दी कि वे शव को काम्पला में उनके स्थान पर लाएं और वह कुछ व्यवस्था करेंगे। पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी एक ऑटो से एक काले बैग में शव ले आई। महिला ने अपने पिता की मदद से लड़के के शव को एक जंगल में गहरे गड्ढे में गाड़ दिया। पुलिस अधीक्षक (एसपी) मीणा ने कहा कि आईपीसी की धारा 302 (हत्या) 201 (अपराध के सबूतों के गायब होने) और 120 बी (आपराधिक साजिश) को एफआईआर में जोड़ा गया है।
इसके आगे मीना ने कहा कि शव की खोजबीन की गई और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि लड़के की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि बच्चे के शरीर पर कई चोट के निशान भी पाए गए। बच्चा पिछले 7 महीने से फरुर्खाबाद की न्यू फौजी कॉलोनी में अपनी चाची के साथ रह रहा था, क्योंकि उसके पिता चाहते थे कि वह अन्य बच्चों के साथ पढ़ाई करे। लड़के की मां का तीन साल पहले निधन हो गया था और दादी भी चल बसी थीं।