नई दिल्ली : आपने रणधीर कपूर और धर्मेन्द्र अभिनित फिल्म चाचा-भतीजा तो देखा ही होगा, अगर नहीं तो जरूर देख लें। क्योंकि हम यहां उसी फिल्म का टाइटल गाना ‘बुरे काम का बुरा नतीजा’ का जिक्र कर रहे है। ऐसा ही कुछ अफगानिस्तान में तालिबानी आतंकवादियों के साथ हुआ। दरअसल कुछ तालिबानी आतंकी अफगानिस्तान में एक मस्जिद के अंदर बम बनाने का प्रशिक्षण ले रहे थे, तभी अचानक ब्लास्ट हो गया। इस धमाके में 30 आतंकवादियों की मौत हो गई।
अफगानिस्तान की सेना ने एक बयान जारी कर बताया कि इस धमाके में 6 विदेशियों समेत 30 आतंकवादी मारे गए हैं। आपको बता दें कि ये विदेशी आतंकी बारुदी सुरंग बनाने के विशेषज्ञ थे और शनिवार को ये 26 अन्य आतंकियों को बम बनाने का लाइव प्रशिक्षण दे रहे थे। बताया जा रहा है कि यह विस्फोट बाल्फ प्रांत के दौलताबाद जिले के कुल्ताक गांव में हुआ। अफगान सेना ने बयान जारी कर बताया कि मारे गए 6 विदेशी आतंकियों की पहचान नहीं की जा सकी है।
खम्मा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार तालिबान आतंकी एक मस्जिद के अंदर जमा थे और उन्हें बम और IED बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था। सुरक्षा बलों ने बताया कि विस्फोट की एक अन्य घटना मे आईईडी फटने से कुंदूज प्रांत में दो बच्चों की मौत हो गई। ये विस्फोट ऐसे समय पर हुए हैं जब पूरे अफगानिस्तान में तालिबान के हमले और हिंसा तेज हो गई है। वह भी तब जब अफगानिस्तान की सरकार के साथ उनकी बातचीत चल रही है। सोमवार को नाटो के महासचिव जेंस स्टोलटेबर्ग ने तालिबान को झटका देते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि अमेरिकी गठबंधन तब तक अफगानिस्तान की धरती को अलविदा नहीं कहेगा जब तक कि सही समय नहीं आ जाता है।
आपको बता दें कि तालिबानी आतंकी लगातार अफगानी सरकार से अमेरिका डोनाल्ड ट्रंप के समय हुए समझौते को माने और अफगानिस्तान से अपनी सेना को पूरी तरह से हटा ले। इस संबंध में जल्द ही 30 नाटो देशों के रक्षामंत्रियों की बुधवार को बैठक होने जा रही है। खबरों की मानें तो इस बैठक में अफगानिस्तान में तैनात 9600 नाटो सैनिकों के भविष्य पर फैसला हो सकता है।