रिपोर्ट : सतीश सिंह
संभल : हिन्दी टेस्ट में फेल होने की वजह से आठ साल के मासूम बच्चे ने खुद के अपहरण की साजिश रची, वो भी ऐसी साजिश, जिसे सुनकर संभल पुलिस के भी उड़ गये। दरअसल आठ साल का मासूम बच्चा, जिसने अपना नाम उत्कर्ष बताया है। उत्कर्ष ने खुलासा करते हुए बताया कि ट्यूशन में टेस्ट में फेल होने पर परिजनों की डांट के डर से अपने फर्जी किडनैप की स्क्रिप्ट रची।
बेहद चौंकाने वाला यह मामला संभल जिले के चंदौसी थाना इलाके का है। चंदौसी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक डी के शर्मा ने बताया कि कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी की क्षेत्र के मुरादाबाद -बदायू हाइवे पर तहसील के समीप 8 साल का बच्चा जो की अपना नाम उत्कर्ष बता रहा है। अपने अगवा होने और अपहरणकर्ताओ के चंगुल से छूटकर आने की बात बता रहा है। अगवा किए गए बच्चे को अपहरणकर्ताओ के चंगुल से छूट कर आने की मिली सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुँच गई और 8 साल के उत्कर्ष को अपने साथ कोतवाली ले आई कोतवाली में पुलिस ने जब अगवा होने की बात कह रहे उत्कर्ष से जानकारी की तो उसने बेहद नाटकीय ढंग से पुलिस को बताया की वह चंदौसी में सेक्रेड हार्ट स्कूल में कक्षा 3 का छात्र है और मुरादाबाद जनपद के बिलारी में रहता है।
छात्र ने बताया कि सुबह जब वह ट्यूशन पढ़ने के लिए जा रहा था बदमाशों ने उसे कुछ सुंघा कर बेहोश करने के बाद उसका अपहरण कर लिया। बदमाश उसे अपनी वैन से लेकर चंदौसी के समीप पहुंचे तो रेलवे क्रॉसिंग पर फाटक बंद होने पर पकड़े जाने के डर से उसे वैन से उतार कर भाग गए। पुलिस ने किडनैप की घटना की जानकारी पर शक होने पर जब उत्कर्ष से सख्ती से जानकारी की तो उत्कर्ष ने पुलिस को जो जानकारी दी उसको जानकार पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए।
उत्कर्ष ने पुलिस को बताया कि वह कक्षा 3 का छात्र है। ट्यूशन में हिंदी के टेस्ट में उसका जीरो आया था। टेस्ट में जीरो आने की जानकारी ट्यूटर ने फोन से उसके पेरेंट्स को दे दी थी। जिसकी वजह से पेरेंट्स की डांट फटकार के डर से उसने अपने फर्जी किडनैप की प्लानिंग की थी। फ़िलहाल पुलिस ने अपने अगवा होने की स्क्रिप्ट लिखने वाले 8 साल के उत्कर्ष को उसके परिजनों को सौंप दिया है ।