{ नोएडा से प्रवीण अरोड़ा की रिपोर्ट }
किसान नेताओं की गिरफ्तारी के बाद भी प्राधिकरण के समक्ष किसानों का धरना जारी है। इस धरने में महिलाएं भी शामिल हो रहीं हैं। वहीं सीटू नेता जीडी शर्मा ने का आरोप है कि नोएडा में पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था मजदूर किसान की आवाज को दबाने के लिए बनाई गई है।
उन्होंने कहा कि नोएडा में अब तक जिन किसानों की जमीन अधिकृत हुई है उन किसानों को 10% भूखंड व अतिरिक्त 64.7 मुआवजा, आबादी जैसी है, जहां के आधार पर आबादी की समस्या का निराकरण आदि मांगों को लेकर एक बार फिर से नोएडा के किसान आंदोलित हैं।
किसानों की जायज मांगों का सम्मानजनक समाधान करने के बजाय नोएडा प्रशासन ने किसानों की आवाज को दबाने के लिए दमन का रास्ता अपनाते हुए किसानों पर मुकदमा दर्ज कर किसानों को जेल भेज दिया। किसानों के धरने को सीटू नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा आदि सहित विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं ने संबोधित किया।