लखनऊ: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने आगामी उपचुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ रणनीति बनाते हुए हिंदुत्व के एजेंडे को मजबूत करने की दिशा में कार्य करने का निर्णय लिया है। गुरुवार को RSS के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने क्षेत्रीय टोली और भाजपा नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की गई।
चुनावी रणनीति में RSS और BJP की संयुक्त तैयारी
बैठक में भाजपा संगठन में संघ से जुड़े लोगों को अधिक प्राथमिकता देने का फैसला लिया गया। चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के जनहित और विकास के नारों को जनता तक पहुंचाने की बात हुई। इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ और ‘बटेंगे तो कटेंगे’ जैसे नारों को चुनाव प्रचार में आधार बनाने पर भी चर्चा हुई।
उपचुनाव में RSS की अहम भूमिका
उपचुनाव के लिए RSS ने विशेष रणनीति तैयार करते हुए करहल, कुंदरकी, सीसामऊ और कटेहरी जैसी सीटों पर विशेष ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया है। इन सीटों पर संघ अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय रूप से काम में लगाएगा। संघ ने PDA (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) गठबंधन की काट के लिए हिंदुत्व के एजेंडे को धार देने की रणनीति बनाई है, जिससे भाजपा को अधिक लाभ मिल सके।
2027 विधानसभा चुनाव के लिए कार्यक्रम और अभियान
बैठक में 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भाजपा और संघ द्वारा संयुक्त कार्यक्रमों और अभियानों को चलाने पर भी विचार किया गया। जनहित और विकास के मुद्दों को प्रमुखता देकर जनता के बीच एक सशक्त संदेश पहुंचाने के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं।