नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस 2025 की पूर्व संध्या पर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू -पुलिस, अग्निशमन, नागरिक सुरक्षा, होमगार्ड और सुधारात्मक सेवाओं के 942 कर्मियों को वीरता और सेवा पदक से सम्मानित करेंगी। इनमें से 95 वीरता पदक भी शामिल हैं, जो साहस और निस्वार्थ सेवा के प्रतीक माने जाते हैं।
वीरता पदक के विजेता: नक्सल और आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों के कर्मी
गृह मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, वीरता पदक प्राप्त करने वाले 28 कर्मी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हैं। इसके अलावा, 28 जवान जम्मू-कश्मीर और 3 पूर्वोत्तर क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। देशभर के अन्य क्षेत्रों में 36 कर्मी वीरता पुरस्कार प्राप्त करेंगे। इन पदकों के माध्यम से उनके साहसिक कार्यों और असाधारण सेवा को मान्यता दी जाएगी।
विशिष्ट सेवा के लिए 101 राष्ट्रपति पदक
गणतंत्र दिवस पर 101 राष्ट्रपति पदक दिए जाएंगे, जिनमें से 85 पदक पुलिस विभाग के कर्मियों को मिलेंगे। इसके अलावा 5 अग्निशमन सेवाओं, 7 नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड कर्मियों, और 4 सुधारात्मक सेवाओं के कर्मचारियों को भी विशिष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया जाएगा।
746 सराहनीय सेवा पदक
इसके अतिरिक्त, 746 कर्मी को सराहनीय सेवा पदक (MSM) से सम्मानित किया जाएगा। इनमें 634 पुलिस कर्मी, 37 अग्निशमन कर्मी, 39 नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड कर्मी, और 36 सुधारात्मक सेवाओं के कर्मचारी शामिल हैं। यह पदक उनके कर्तव्य के प्रति समर्पण और उत्कृष्टता को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है।
वीरता पदक का महत्व
वीरता पदक उन कर्मियों को दिया जाता है जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर नागरिकों की सुरक्षा की या अपराधों को रोका। यह पदक उनके साहस और निष्ठा का प्रतीक है। वहीं, विशिष्ट सेवा पदक उन कर्मियों को दिए जाते हैं जिन्होंने अपनी सेवा में विशेष योगदान दिया और सराहनीय सेवा पदक से उन कर्मियों को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने अपने काम में उत्कृष्टता दिखाई और अपनी जिम्मेदारियों का पूरी ईमानदारी से पालन किया।
इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर इन सम्मानित कर्मियों का योगदान हमारे समाज और देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा। ये पुरस्कार हमारे सुरक्षा बलों की निस्वार्थ सेवा और उनके साहस को सलाम हैं।