नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक ने यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड(यूएसएफबीएल) को बैंकिंग लाइसेंस दिया है। इस स्मॉल फाइनेंस बैंक में सेंट्रमऔर भारत पे दोनों की बराबर हिस्सेदारी होगी। इस तरह आरबीआई ने छह साल में पहली बार किसी बैंकिंग लाइसेंस को मंजूरी दी है। बता दें कि इससे पहले जून में आरबीआई ने इस कंसोर्टियम को स्मॉल फाइनेंस बैंक शुरू करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। इस कंसोर्टियम ने संकटग्रस्त पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक के अधिग्रहण को लेकर दिलचस्पी दिखायी थी। पीएमसी बैंकशहर का एक सहकारी बैंक है, जिस पर पिछले दो साल से प्रतिबंध लागू है। 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का फ्रॉड सामने आने के बाद आरबीआई ने पीएमसी बैंक पर प्रतिबंध लगाया था।
सेंट्रम और भारत पे की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि आरबीआई ने स्मॉल फाइनेंस बैंक के गठन को लेकर अपनी अंतिम मंजूरी दे दी। इस स्मॉल फाइनेंस बैंक में सेंट्रम और भारत पे में दोनों की बराबर हिस्सेदारी होगी। इस तरह आरबीआई ने छह साल में पहली बार किसी बैंकिंग लाइसेंस को मंजूरी दी है। बता दें कि इससे पहले भारत पे ने इस बात का ऐलान किया कि एसबीआई के पूर्व चेयरमैन रजनीश कुमार बतौर चेयरमैन कंपनी के बोर्ड से जुड़ रहे हैं। कंपनी ने बताया कि कुमार स्मॉल फाइनेंस बैंक के गठन में फिनटेक कंपनी की टीम का मार्गदर्शन करेंगे।
बयान में कहा गया है कि, ‘यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक’ के रूप में नए स्मॉल फाइनेंस बैंक का गठन किया गया है। हालांकि, तत्काल इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि परिचालन के परिदृश्य से पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक का विलय कैसे होगा। इस बयान में कहा गया कि सेट्रंम के एमएसएमईऔर मइक्रोफाइनेंस बिजनस का विलय यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक में कर दिया जाएगा। सेंट्रम ग्रुप के चेयरमैन जसपाल बिन्द्रा ने कहा, ”हम लोग इस बात को लेकर काफी उत्साहित हैं कि हमें लाइसेंस मिल गया है और हम भारत पे के साथ मिलकर मजबूत टीम के साथ नई पीढ़ी का बैंक शुरू करने जा रहे हैं। हम भारत का पहला डिजिटल बैंक बनना चाहते हैं।”