भारत में ईरान के राजदूत अली चेगेनी ने बुधवार को कहा कि वह अमेरिका के साथ अपने देश के तनाव को कम करने की दिशा में भारत द्वारा उठाए गए किसी भी कदम का स्वागत करेंगे।
भारत में ईरान के राजदून डॉ अली चेगेनी ने कहा कि वह अमेरिका के साथ अपने देश के तनाव को कम करने की दिशा में भारत द्वारा उठाए गए किसी भी कदम का स्वागत करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि, वह युद्ध करना नहीं चाहते।
डॉ अली चेगेनी ने कहा कि, हम युद्ध करना नहीं चाहते। हम भारत सहित अपने भाइयों और बहनों के साथ अन्य देशों में शांति से रह रहे हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि, हम इस क्षेत्र में कोई तनाव नहीं चाहते।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, भारत इस क्षेत्र का एक हिस्सा है। यह एक हिस्सा डी-एस्केलेशन होना चाहिए। हम भारत की ओर से अपने अच्छे मित्रों की ओर से किसी भी पहल का स्वागत करते हैं।
दरअसल, अमेरिका ने ईरान के टॉप जनरल कासिम सुलेमानी को हवाई हमले से हत्या कर दी थी, इसी पर जवाबी हमला करते हुए ईरान ने इराक में स्थित अमेरिका के एयरबेस पर हवाई हमला किया था जिसमें कहा गया कि 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए। इसी पर ईरान के राजदूत ने कहा कि, हमने जो कुछ भी किया है वह हमारी प्रतिक्रिया का एक हिस्सा है। जनरल कासिम सुलेमानी के अंतिम संस्कार में भाग लेने वाले लाखों लोगों ने इसके लिए सरकार से मांग की थी। हमने यह कर दिया। हम युद्ध करना नहीं चाहते।
चाबहार प्रोजेक्ट को लेकर उन्होंने कहा कि, चाबहार पोर्ट भारत, ईरान, अफगानिस्तान, स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल, यूरोप, पूरे फारस की खाड़ी के बीच अच्छी दोस्ती का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि, इसका संबंध केवल ईरान और भारत से नहीं है और चाबहार प्रोजेक्ट आगे जाएगा इसके बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है।