रिपोर्ट: नंदनी तोदी
लखनऊ: बाहुबली मुख़्तार अंसारी मामले में पंजाब और यूपी सरकार आमने सामने आ गई है। जिससे दोनों सरकारों के बीच घमासान छिड़ गया है। दरअसल, 28 जनवरी को माफिया मुख़्तार अंसारी की कोर्ट में पेशी होनी थी। जिसे लेकर उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये सुनवाई की अपील की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। और सुनवाई की अगली तारिख 3 फ़रवरी दे दी थी।
अब एक बार फिर मुख़्तार अंसारी की पेशी में अड़ंगा डल गया है। दरअसल, पंजाब सरकार ने रूपनगर जेल में बंद डॉन मुख्तार अंसारी को यूपी सरकार को सौंपने से इनकार कर दिया है। पंजाब सरकार ने अपने हलफनामे में इसका कारण विधायक का स्वास्थ्य बताया है। बता दें, अब सुप्रीम कोर्ट ने 8 फरवरी को इस मामले की सुनवाई की अगली तारिख दी है।
इस दायर हलफनामे में कहा गया है कि अंसारी कथित तौर पर उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अवसाद, पीठ दर्द और त्वचा की एलर्जी से पीड़ित है। इतना ही नहीं, पंजाब सरकार ने यूपी सरकार की याचिका को खारिज करने की मांग करते हुए कहा है कि वह चिकित्सकों की राय के अनुसार काम कर रही है।
पंजाब सरकार ने कहा कि अंसारी को यूपी से दूर रखने के लिए कोई साजिश नहीं थी। हलफनामे में कहा गया है कि यूपी की रिट याचिका विचार करने योग्य नहीं है क्योंकि पंजाब में अंसारी को हिरासत में रखे जाने को यूपी अपने मौलिक अधिकार के उल्लंघन का दावा नहीं कर सकती है।