कश्मीर में धारा 370 का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। दरअसल सूबे की सीएम महबूबा मुफ़्ती को पुरे एक साल दो महीने के बाद रिहा किया गया है और रिहा होते ही उन्होंने आर्टिकल 370 को वापिस बहाल किए जाने की मांग उठाई है। इसी मुद्दे पर चर्चा के लिए हाल ही में छह दलों की बैठक भी हुई थी जिसमें आगे की रणनीति की चर्चा हुई थी।
इसी के बाद बीजेपी ने भी एक अहम बैठक की जिसमें यह प्रस्ताव पास किया गया की किसी भी सूरत में इसे बहाल नहीं किया जाएगा। इसी बीच कांग्रेस जो की देश की सबसे पुरानी पार्टी है उसके बड़े नेताओं में से एक और केंद्रीय मंत्री रह चुके पी चिदंबरम ने महबूबा मुफ़्ती का समर्थन किया है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा की क्षेत्रीय पार्टियों का जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के लोगों के अधिकारों को बहाल करने के लिए संवैधानिक लड़ाई लड़ने के लिए एक साथ आना एक ऐसा विकास है जिसका भारत के सभी लोगों द्वारा स्वागत किया जाना चाहिए।
कांग्रेस जम्मू-कश्मीर के लोगों की स्थिति और अधिकारों की बहाली के लिए भी दृढ़ है।
मोदी सरकार द्वारा 5 अगस्त, 2019 को लिए गए मनमाने और असंवैधानिक फैसलों को रद्द किया जाना चाहिए।— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 16, 2020
मोदी सरकार द्वारा 5 अगस्त, 2019 को लिए गए मनमाने और असंवैधानिक फैसलों को रद्द किया जाना चाहिए। केंद्र सरकार को जम्मू कश्मीर की मुख्यधारा के दलों और लोगों को अलगाववादी या राष्ट्र विरोधी के रूप में देखना बंद करना चाहिए।
अब केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस पर निशाना साधा है और उन्होंने सवाल किया कि क्या कांग्रेस इसे बिहार चुनाव के घोषणापत्र में शामिल कर सकती है? उन्होंने आगे कहा कि वे जानते हैं कि अनुच्छेद 370 के हटाने के फैसले का देश की जनता ने स्वागत किया था।
वहीं राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी अपने भाषणों में पाकिस्तान की तारीफ करते हैं. कोई भी विषय हो, वह पाकिस्तान और चीन की सराहना करना पसंद करते हैं. यह कांग्रेस पार्टी का दृष्टिकोण है।
इससे पहले जेपी नड्डा ने एक ट्वीट के जरिए कांग्रेस नेता पर निशाना साधा। उन्होंने उनके इस बयान को शर्मनाक बताते हुए कहा एक तरफ राहुल गाँधी पाकिस्तान की तारीफ़ करते है वही दूसरी और उनके नेता धारा 370 को बहाल करने के लिए कोशिश करते है।