बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल को लेकर मीडिया में होने वाली बहस में भाग लेने से बचने के कांग्रेस पार्टी के फैसले की आलोचना की, भाजपा प्रदेश कार्यालय में बोलते हुए शर्मा ने कांग्रेस पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास की कमी और अनुमानित परिणामों का सामना करने से बचने के लिए बहाने बनाने का आरोप लगाया।
वीडी शर्मा के बयान की मुख्य बातें
शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस पार्टी, जिसने 55 वर्षों तक भारत पर शासन किया है, अब लोकतांत्रिक बहस में शामिल होने से कतरा रही है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस का एग्जिट पोल की बहस से बचना लोकतांत्रिक प्रक्रिया और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ, मीडिया में उनके विश्वास की कमी को दर्शाता है।
वीडी शर्मा ने पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शब्दों का जिक्र किया, जिसका अर्थ है कि राजनीतिक परिदृश्य अब पूरी तरह से बदल गया है और भाजपा अब हावी हो गई है और कांग्रेस टकराव से बच रही है।
उन्होंने अपने लंबे कार्यकाल के दौरान “लोकतंत्र की हत्या” करने और अब एग्जिट पोल जैसी लोकतांत्रिक प्रथाओं में विश्वास की कमी दिखाने के लिए कांग्रेस की आलोचना की।
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने 3 जून तक एग्जिट पोल को लेकर मीडिया में होने वाली बहस में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेताओं और प्रवक्ताओं ने भी एग्जिट पोल की बहस से दूर रहने का फैसला किया है, जिसमें भागीदारी केवल 4 जून को फिर से शुरू होगी।
एग्ज़िट पोल का संदर्भ
चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार, मीडिया आउटलेट्स को आज 1 जून को शाम 6:30 बजे के बाद एग्जिट पोल के आंकड़े और परिणाम प्रसारित करने की अनुमति है।
आधिकारिक परिणाम घोषित होने से पहले एग्ज़िट पोल अक्सर जनता की भावनाओं और राजनीतिक दलों के प्रदर्शन के लिए बैरोमीटर के रूप में काम करते हैं।
वीडी शर्मा की टिप्पणियाँ भाजपा को आत्मविश्वासी और पारदर्शी बताने की व्यापक राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हैं, जो कि कांग्रेस की टालमटोल वाली रणनीति के विपरीत है।