पंडित दीनदयाल उपाध्याय जो की बीजेपी और आरएसएस के सबसे बड़े विचारकों में से एक माने जाते है आज उनकी जयंती है। आपको बता दे, उनका जन्म 25 सितंबर, 1916 में हुआ था। कहा जाता है की जनसंघ को वैचारिक आधार देने वाले पंडित जी ही थे।
उसी विचारधारा पर फिर बीजेपी आगे बढ़ी और शायद यही कारण है की पंडित जी को नेता कम और एक विचारक का दर्जा अधिक प्राप्त है। 1937 में उनका झुकाव आरएसएस की और हुआ और 1942 आते आते वो इसके पूर्ण सदस्य बन गए थे।
श्रद्धेय दीनदयाल उपाध्याय जी ने देश को एक एकात्म मानववाद के माध्यम से एक वैकल्पिक विचार व्यवस्था दी थी। जो देश की मिट्टी से रची बसी रही, और भारत के संस्कार से जुड़कर विचार किसी तरह से राजनीतिक दल को रखना चाहिए, ये उन्होंने प्रतिष्ठापित किया था: श्री @JPNadda pic.twitter.com/JEf4tT7280
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आज इसी मौके पर पीएम मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया है। इस मौके पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल रहे ,उन्होंने कहा कि श्रद्धेय दीनदयाल उपाध्याय जी ने देश को एक एकात्म मानववाद के माध्यम से एक वैकल्पिक विचार व्यवस्था दी थी। जो देश की मिट्टी से रची बसी रही, और भारत के संस्कार से जुड़कर विचार किसी तरह से राजनीतिक दल को रखना चाहिए, ये उन्होंने प्रतिष्ठापित किया था।
देशभर में फैले भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ताओं को श्रद्धेय दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर अनेक अनेक शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने जो हमें मार्ग दिखाया है, उस रास्ते पर हम पूरे समर्पित भाव से हम आगे बढ़ पाएं: पीएम @narendramodi pic.twitter.com/RyJbrUoIXT
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इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि देशभर में फैले भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ताओं को श्रद्धेय दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर अनेक अनेक शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने जो हमें मार्ग दिखाया है, उस रास्ते पर हम पूरे समर्पित भाव से हम आगे बढ़ पाएं।
आप सभी सामन्य जन की सुरक्षा और सेवा के लिए समर्पित भाव से कार्यकर्ता निरंतर काम कर रहे हैं।
कोरोना की चुनौतियों के बीच भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी इस सेवा साधना को बिना रुके, बिना थके जारी रखा है।
इसमें हमारे कई कार्यकर्ताओं को अपना जीवन भी खोना पड़ा है।
– पीएम @narendramodi
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उन्होंने कहा, आप सभी सामन्य जन की सुरक्षा और सेवा के लिए समर्पित भाव से कार्यकर्ता निरंतर काम कर रहे हैं। कोरोना की चुनौतियों के बीच भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी इस सेवा साधना को बिना रुके, बिना थके जारी रखा है। इसमें हमारे कई कार्यकर्ताओं को अपना जीवन भी खोना पड़ा है।
आज हमारे बीच, ऐसे कम ही लोग हैं जिन्होंने दीनदयाल जी को जीते जी, देखा हो, सुना हो या उनके साथ काम किया हो।
उनका स्मरण, उनके बताए रास्ते, उनका दर्शन, जीवन प्रति पल हमें पावन करता है, प्रेरणा देता है, ऊर्जा से भर देता है।
– पीएम @narendramodi
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उन्होंने यह भी कहा कि आज हमारे बीच, ऐसे कम ही लोग हैं जिन्होंने दीनदयाल जी को जीते जी, देखा हो, सुना हो या उनके साथ काम किया हो। उनका स्मरण, उनके बताए रास्ते, उनका दर्शन, जीवन प्रति पल हमें पावन करता है, प्रेरणा देता है, ऊर्जा से भर देता है।
ये दीनदयाल जी ही थे, जिन्होंने भारत की राष्ट्रनीति, अर्थनीति और समाजनीति, इन तीनों को भारत के अथाह सामर्थ्य के हिसाब से तय करने की बात मुखरता से कही थी, लिखी थी: पीएम @narendramodi https://t.co/b8K2jrAp6E
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उन्होंने यह भी कहा कि ये दीनदयाल जी ही थे, जिन्होंने भारत की राष्ट्रनीति, अर्थनीति और समाजनीति, इन तीनों को भारत के अथाह सामर्थ्य के हिसाब से तय करने की बात मुखरता से कही थी, लिखी थी।