देश के पीएम नरेंद्र मोदी अपनी हर दिवाली देश के वीर जवानों के साथ ही मनाते आये है और इस बार उन्होंने जैसलमेर को चुना है।
कल पीएम मोदी ने ये साफ़ कर दिया की अगर इस देश की धरती पर कोई आँख उठाकर देखता है तो उसे प्रचंड जवाब मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों और उनके परिवार के प्रति आभार जताते हुए कहा कि आप यहां हैं तभी देश है, तभी त्योहार है।
पीएम ने कहा कि मैं आज उन वीर माताओं-बहनों और बच्चों को भी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं, उनके त्याग को नमन करता हूं, जिनके अपने सरहद पर हैं।
इसी बीच उन्होंने देश के बहादुर जवानों से 3 आदत अपनाने की अपील की है।
नरेंद्र मोदी ने सैनिकों से अपील की कि वे कुछ न कुछ नया करने करने की कोशिश करें, दूसरे योग को अपने जीवन का हिस्सा जरूर बनाएं और तीसरा अपनी मातृभाषा, हिंदी और अंग्रेजी के अलावा, कम से कम एक भाषा जरूर सीखें।
उन्होंने कहा, जब भी सैन्य कुशलता के इतिहास के बारे में लिखा-पढ़ा जाएगा, तो बैटल ऑफ लोंगेवाला को जरूर याद किया जाएगा।
यहां की पोस्ट पर आपके साथियों ने शौर्य की एक ऐसी गाथा लिख दी है, जो आज भी हर भारतीय के दिल को जोश से भर देती है।
परिस्थिति कैसी भी हो, आपका पराक्रम और शौर्य अतुलनीय है। आपके इसी शौर्य को नमन करते हुए 130 करोड़ देशवासी आपके साथ मजबूती से खड़े हैं।
उन्हें आपकी अजेयता पर, आपकी अपराजेयता पर गर्व है। दुनिया की कोई भी ताकत हमारे वीर जवानों को देश की सीमा की सुरक्षा करने से रोक नहीं सकती है।