प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में उत्तराखंड के लोकपर्व इगास बग्वाल की धूमधाम से खुशी मनाई। वे भाजपा सांसद अनिल बलूनी के आवास पर पहुंचे और इस अवसर पर उन्होंने गौपूजन किया। प्रधानमंत्री ने इस पर्व की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते हुए देशवासियों को इगास की बधाई दी।
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, “उत्तराखंड के मेरे परिवारजनों सहित सभी देशवासियों को इगास पर्व की शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि यह पर्व सभी के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लेकर आए।” प्रधानमंत्री ने इस प्राचीन पर्व को संरक्षित और पुनर्जीवित करने के लिए अनिल बलूनी के प्रयासों की सराहना भी की।
उत्तराखंड के मेरे परिवारजनों सहित सभी देशवासियों को इगास पर्व की बहुत-बहुत बधाई! दिल्ली में आज मुझे भी उत्तराखंड से लोकसभा सांसद अनिल बलूनी जी के यहां इस त्योहार में शामिल होने का सौभाग्य मिला। मेरी कामना है कि यह पर्व हर किसी के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाए।@anil_baluni pic.twitter.com/KERvqmB6eA
— Narendra Modi (@narendramodi) November 11, 2024
इगास बग्वाल: उत्तराखंड की प्राचीन परंपरा
इगास बग्वाल, जिसे बूढ़ी दिवाली भी कहा जाता है, दिवाली के 11 दिन बाद मनाई जाती है। मान्यता है कि लंका विजय के बाद भगवान राम का स्वागत घी के दीयों से किया गया था। गढ़वाल क्षेत्र में उनके आगमन का संदेश देरी से मिलने पर स्थानीय लोगों ने इसी दिन दीपावली मनाई, जिसे इगास का नाम दिया गया। एक अन्य मान्यता के अनुसार, तिब्बत युद्ध में विजय के बाद गढ़वाल के माधो सिंह भंडारी की सेना दिवाली के 11 दिन बाद वापस लौटी, और इस दिन को इगास पर्व के रूप में मनाया गया।
प्रधानमंत्री का संदेश: संस्कृति और विकास का साथ
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम विकास और विरासत को साथ लेकर आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इगास जैसे लोकपर्वों का पुनर्जीवन हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण है।”
उत्तराखंड सरकार ने इस पर्व के महत्व को देखते हुए सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। अनिल बलूनी के प्रयासों से इस पर्व को आज देशभर में व्यापक रूप से मनाया जा रहा है, जो उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है।