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गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती पर सार्वजनिक छुट्टी अवकाश घोषित के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका

By RNI Hindi Desk 
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सिख संगठन ‘अखिल भारतीय शिरोमणि सिंह सभा’ ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर  सार्वजनिक छुट्टियों को घोषित करने की नीति का  एकसमान और गैर-मनमाने तरीके से कार्यान्वयन की मांग की है।

वकील दुर्गा दत्त के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया है कि दसवें सिख गुरु ‘गुरु गोविंद सिंह’ की जयंती महत्वपूर्ण है, जो सिख समुदाय के लिए एक धार्मिक प्रतीक है। राजनीतिक दलों द्वारा अपने हितों और फायदे के लिए इस नीति का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

याचिका में कहा गया है कि अब तक उनकी जयंती के लिए देश भर में सार्वजनिक अवकाश घोषित नहीं किया गया है, जिसका सिख संगठन को गहरा दुख है। दलील में यह भी कहा गया है कि सिख धर्म 2.58 करोड़ लोगों के साथ दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा धर्म है।

याचिकाकर्ता संगठन का कहना है कि 10वें सिख गुरु गोविंद सिंह को महत्वपूर्ण देशभक्त और ऐतिहासिक व्यक्ति के रूप में जाना जाता है, बावजूद इसके अभी तक देश भर में उनकी जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित नहीं किया गया है जबकि सिख धर्म दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा धर्म है।

याचिका में कहा गया है कि भारत में साप्ताहिक अवकाश अधिनियम, 1942 को छोड़कर कोई सार्वजनिक अवकाश अधिनियम नहीं है। साप्ताहिक अवकाश अधिनियम, साप्ताहिक अवकाश प्रदान करता है। वहीं न्यूजीलैंड, यूनाइटेड किंगडम और यूएसए जैसे देशों में छुट्टियां कानून द्वारा तय की जाती हैं।

याचिकाकर्ता ने दलील दी है कि दसवें सिख गुरु की जयंती देश भर में ‘प्रकाश पर्व’ के रूप में मनाई जाती है और इसे सार्वजनिक छुट्टी के साथ संपूर्ण देश में आयोजित किए जाना चाहिए, ताकि लोगों में देशभक्ति, राष्ट्रवाद और भाईचारे की भावना पैदा हो सके।

याचिकाकर्ता ने शीर्ष अदालत से गुहार लगाते हुए कहा है कि गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा के माध्यम से भारत के लोगों के बीच एकता, अखंडता और बंधुत्व की भावना को बढ़ावा मिलेगा और यह चीज आम जनता को देशभक्ति, राष्ट्रवाद और भाईचारे के उच्च आदशरें का पालन करने के लिए प्रेरित करेगी।

याचिकाकर्ता ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह अन्याय के खिलाफ खड़े रहे और उनकी शिक्षाएं आने वाले समय में भी प्रासंगिक रहेंगी। याचिकाकर्ता ने कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय की आकस्मिक प्रतिक्रिया का हवाला देते हुए कहा कि फिलहाल प्रकाश पर्व को राजपत्रित सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।

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