प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के अवसर पर ‘पराक्रम दिवस’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देशवासियों से ‘विकसित भारत’ के निर्माण के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया। कटक में आयोजित इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने नेताजी के साहस और उनके स्वराज के विजन को प्रेरणा का स्रोत बताया।
‘कंफर्ट जोन से बाहर निकलें’
पीएम मोदी ने कहा, “नेताजी सुभाष कभी भी कंफर्ट जोन के बंधन में नहीं बंधे। उन्होंने देश की आजादी के लिए अपने आराम का त्याग किया। आज हमें भी विकसित भारत के निर्माण के लिए अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना होगा। हमें दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनना है और उत्कृष्टता को चुनना है।”
भारत की एकता पर बल
मोदी ने कहा कि नेताजी की ‘आजाद हिंद फौज’ ने देश के हर क्षेत्र, हर वर्ग के लोगों को एकजुट किया। उन्होंने कहा, “तब स्वराज के लिए हमें एक होना था, आज विकसित भारत के लिए हमें एक रहना है। हमें उन लोगों से सतर्क रहना होगा जो देश को कमजोर करने और इसकी एकता को तोड़ने की कोशिश करते हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते दशक में 25 करोड़ भारतीय गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। देश के गांवों और शहरों में आधुनिक अवसंरचना का निर्माण हो रहा है, सेना की ताकत बढ़ी है, और भारत की आवाज़ वैश्विक मंच पर बुलंद हो रही है। उन्होंने कहा, “वह दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनेगा।”
Netaji Subhas Chandra Bose's ideals and unwavering dedication to India's freedom continue to inspire us. Sharing my remarks on Parakram Diwas.
https://t.co/wyDCWX6BNh— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2025
नेताजी के सम्मान में ऐतिहासिक पहल
पीएम मोदी ने नेताजी के सम्मान में किए गए कई ऐतिहासिक फैसलों का जिक्र किया, जैसे अंडमान में द्वीपों का नामकरण, इंडिया गेट पर उनकी प्रतिमा की स्थापना और उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा।