रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: पीएम मोदी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में महाराजगंज से सांसद पंकज चौधरी को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। दूसरे कार्यकाल में हुए पहले कैबिनेट विस्तार में 43 नेताओं में सात नाम उत्तर प्रदेश से हैं। जिसमें पंकज चौधरी भी शामिल हैं। आज केंद्रीय मंत्री बनने का मौका मिलने के साथ ही दिल्ली पहुंच गये। यूपी में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी ने इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी है।
पंकज चौधरी के राजनीतिक सफर की बात करें तो इन्होने अपना राजनीतिक सफर गोरखपुर नगर निगम से शुरू किया था। इसके बाद इन्होने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनकी किस्मत तब पलटी जब उनके जीवन में भाग्यश्री आईं। पार्षद से लेकर डिप्टी मेयर के कार्य का अनुभव लेकर पंकज चौधरी 1990 में भाजपा कार्य समिति के सदस्य बने।
पंकज चौधरी के व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो इनका विवाह 11 जून 1990 को भाग्यश्री से हुआ था। जिसके बाद से ही इनके तरक्की का द्वार खुल गया। साल 1991 में राम लहर में महराजगंज से चुनाव जीतकर पहली बार सांसद बने। सरल स्वभाव, मृदुभाषी होने के कारण चौधरी एक जनप्रिय नेता बनकर उभरे। इनकी कर्मठता की बदौलत इनको केंद्रीय मंत्रीमंडल में जगह मिली है।
पंकज चौधरी महराजगंज जिले से 6 बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं। जैस् ही इस बात की जानकारी भाजपा कार्यकर्ताओं को लगी उनमें खुशी की लहर दौड़ पड़ी। छठी बार संसद में पहुंचकर उन्होंने राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष खुद को साबित कर दिया। पूर्वांचल के कद्दावर नेताओं में शुमार पंकज को केंद्रीय मंत्रीमंडल में भी जगह मिल गई है।
आपको बता दें कि बीते चुनाव के दौरान नौतनवां में आयोजित सभा में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने वादा भी किया था कि पंकज को जिताकर भेजिए। उन्हें मंत्री बनाया जाएगा। इतने लंबे समय बाद आखिरकार राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपना वादा पूरा कर दिया।
साल 1991 से लेकर 2014 के चुनाव को देखें तो 1999 और 2009 में ही हार मिली। पंकज को 2009 में जोर का झटका लगा। कांग्रेस के हर्षवर्धन 3,54,074 मतों से विजयी हुए। लेकिन, 2019 के चुनाव में राजनीति के माहिर पंकज ने छठी बार भी जीत हांसिल एकबार फिर संसद पहुंचे।