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बड़ी खबर : एक बार फिर पूरी दुनिया में लग सकता है लॉक डाउन !, वैक्सीन को लेकर जताई चिंता…

By: Amit ranjan 
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बड़ी खबर : एक बार फिर पूरी दुनिया में लग सकता है लॉक डाउन !, वैक्सीन को लेकर जताई चिंता…

नई दिल्ली : दुनिया में जारी कोरोना महामारी को लेकर सरकार लगातार सख्त कदम उठा रही है, वो वैक्सीनेशन का भी प्रोग्राम कर रहे है। जिससे इस महामारी से छुटाकारा मिल सकें। हालांकि अब जब पूरी दुनिया में वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरू हो चुका है, तो एक बार फिर ब्रिटेन के एक वैज्ञानिक ने इस वैक्सीन की दवा को लेकर चिंता जाहिर किया है।

उन्होंने कहा है कि इस वैक्सीन का असर कोविड-19 पर आने वाले दिनों में नहीं होगा, क्योंकि कोरोना वायरस का नया रूप चिंता का विषय बन गया है। आपको बता दें कि हाल ही में ब्रिटेन के ‘केन्ट’ क्षेत्र में सबसे पहले मिला कोरोना वायरस का नया रूप चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि वायरस के इस रूप पर कोविड-19 वैक्सीन का असर फीका पड़ सकता है।

यूके जेनेटिक सर्विलांस प्रोग्राम चीफ शेरोन पीकॉक ने दावा करते हुए कहा कि कोरोना का यह केन्ट वैरिएंट ब्रिटेन में फैल चुका है और इस बात की पूरी संभावना है कि यह पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले लेगा। आपको बता दें कि कोरोना वायरस के चलते दुनियाभर में 23 लाख 50 हजार लोगों की मौत हो गई जबकि करोड़ों लोगों के सामान्य जन-जीवन को प्रभावित किया है। लेकिन, कुछ नए कोरोना के वैरिएंट ने इस बात को लेकर एक बार फिर से चिंता बढ़ा दी है कि जो वैक्सीन तैयार की गई है, उसमें फिर से बदलाव किए जाए।

कोविड-19 जेनोमिक्स यूके कंसोर्टियम के डायरेक्टर शेरॉन पिकॉक ने कहा कि यूनाइटेड किंगडम में वैक्सीन वैरिएंट्स के खिलाफ असरदार थी, लेकिन इसके बदलते रूप से संभावित तौर पर टीके का असर कम कर सकता है। आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों में ब्रिटेन के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में भी कोरोना के नए वैरिएंट सामने आए हैं।

शेरॉन पिकॉक का कहना है कि ब्रिटिश वैरिएंट ज्यादा संक्रमणकारी है लेकिन यह जरूरी नहीं है कि अन्य के मुकाबले यह ज्यादा खतरनाक हो। लेकिन यह दुनियाभर में फैल जाएगा। उन्होंने कहा कि, “जब हम काफी संख्या में इस वायरस से संक्रमित हो चुके होंगे या फिर ये खुद ही अपना रूप बदल लेगा उसके बाद हम इसके बारे में चिंता करना रोक सकते हैं। लेकिन, मैं यह सोचता हूं कि भविष्य को देखते हुए इसके लिए वर्षों लग जाएंगे। इसमें दस साल लग सकते हैं।”

आपको बता दें कि कोरोना महामारी को लेकर पुरी दुनिया ने लॉक डाउन लगाया था, जिससे अभी तक देश नहीं उबर सका है। अब जब एक बार फिर इस महामारी का नया रूप पूरी दुनिया के सामने आ रहा है, उससे फिर पूरी दुनिया में लॉक डाउन का संकट मंडरा रहा है।

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