कोरोना संक्रमण का फैलाओ भारत में ही नहीं पुरे दुनिया में है। इस संक्रमण से लाखो लोगो की मौत हो चुकी है। इस वक्त दुनियाभर के लोग कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
तमाम देशों में कोरोना वैक्सीन का परीक्षण जारी है, भारत में भी कोरोना के टीके का परीक्षण आखिरी चरण में है। इस बात की जानकारी खुद पीएम मोदी ने देश के विभिन्न राज्यों के साथ वर्चुअल मीटिंग में दी थी।
पीएम ने मंगलवार को कहा कि वैक्सीन का काम आखिरी चरण में पहुंचा चुका है। अभी डोज की मात्रा तय नहीं हुई है और न ही वैक्सीन की कीमत को लेकर कोई जानकारी है। इसी बीच खबर है कि बहुत जल्द कई देशों के राजदूत पुणे में वैक्सीन प्रोग्राम को देखने आ रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार रूस, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस जैसे कई देशों के राजदूत भारत के कोरोना वैक्सीन विकास कार्यक्रम को देखने के लिए 4 दिसंबर को पुणे आ रहे हैं। तमाम देशों के राजदूतों की एक दिवसीय यात्रा भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित की गई है जिसमें सभी राजदूत पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और जेनोवा बायोफर्मासिटिकल का दौरा करेंगे।
राजदूतों के भारत दौरे का उद्देश कोरोना वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग करने वाली फार्मा कंपनियों और वैक्सीन बनाने वाले वैज्ञानिकों के काम को देखना है।
इस ही के साथ आपको बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और जेनोवा बायोफर्मासिटिकल की यह यात्रा विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला की दिल्ली में इस महीने की शुरुआत में कई राजदूतों के साथ मुलाकात के प्रमुख परिणामों में से एक है।