रिपोर्ट: नंदनी तोदी
वाराणसी: अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर की तैयारी जोरो शोरो से हो रही है। इसे लेकर चंदा अभियान शुरू किया हो चूका है। लेकिन अब एक बड़ी खबर सामने आई है जिसे लेकर आपको काफी ध्यान देना पड़ेगा।
दरअसल, भव्य राम मंदिर को बनाने के लिए चल रहे चंदा अभियान के लिए अब डिजिटल पेमेंट नहीं ही पायेगी।
बता दें, राम राज्य को बनाने के लिए 1500 करोड़ इक्कट्ठा हो चुके हैं। निर्माण कार्य को लेकर तमाम संगठन बीते 16 जनवरी से आम आदमी से धन ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीकों से इक्कट्ठा कर रहे हैं।
इसे लेकर राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक 1500 करोड़ से ज्यादा की धनराशि संग्रहित की जा चुकी है, लेकिन डिजल लेनदेन में गड़बड़ियों की शिकायत के बाद अब इस पर रोक लगाने का फैसला किया है।
इतना ही नहीं राम मंदिर निर्माण को लेकर के चांदी की ईंटें भी लोग दान कर रहे हैं। हालांकि चांदी की ईंटों के संदर्भ में चंपत राय ने बताया कि उसे व्यवस्थित तरीके से रखने का प्रयास किया जा रहा है।
ये फैसल इसीलिए लिया गया क्योंकि, राम मंदिर निर्माण को लेकर फर्जी वेब्सीटेस बनाई गई है, जिसपर लोग ऑफिसियल समझकर अपना योगदान दे रहे हैं। इस मुद्दे पर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने राम मंदिर के नाम पर धन संग्रह करने वाली फर्जी वेबसाइट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।