रिपोर्ट: सत्यम दुबे
लखनऊ: पूर्वांचल के बाहुबली और पूर्व सांसद मुख्तार अंसारी को मोहाली की कोर्ट में पेश किया गया था, इस दौरान उसको व्हील चेयर पर बैठाकर मोहाली कोर्ट ले जाया गया था। खास बताय यह है कि व्हील चेयर के साथ-साथ उसको एक UP नंबर की एंबुलेंस में कोर्ट लाया गया था। इसपर लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बढ़ते विवाद को देखते हुए एंबुलेंस की जॉच कराई गई, तो पता चला कि उस एंबुलेंस का डॉक्यूमेंट फर्जी है।
आपको बता दें कि डॉक्यूमेंट के अनुसार एंबुलेंस बाराबंकी जिले के एक अस्पताल की है, लेकिन जॉच में पता चला कि बाराबंकी में ऐसा कोई अस्पताल है ही नहीं जिसके नाम पर एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन करवाया गया है। वहीं दूसरी ओर मीडिया रिपोर्ट्सकी मानें तो गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की पंजाब के कोर्ट में पेशी के दोरान जिस एंबुलेंस का उपयोग किया गया था, इसके बारे में यूपी के पूर्व डीजीपी और राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने खुलासा किया है।
पूर्व डीजीपी और राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने बताया है कि यह एंबुलेंस चलता-फिरता किला है, जिसमें मुख्तार अपने हथियार 38 बरेटा पिस्टल, .357 मैग्नम रिवाल्वर, .45 पिस्टल और सैटेलाइट फोन रखता है। उन्होने आगे बताया कि मुख्तार अंसारी जब उप्र विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने आता था, तब यह एंबुलेंस भी आती थी।
उन्होने पंजाब सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि रोपड़ जेल के बाहर भी यही एंबुलेंस खड़ी रहती है। इससे पंजाब सरकार व मुख्तार के बीच मिलीभगत उजागर होती है।
एम्बुलेंस के रजिस्ट्रेशन में कूट रचित दस्तावेज का प्रयोग किये जाने के सम्बन्ध में पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही के सम्बन्ध में #barabankipolice अधीक्षक @IPSYAMUNA1 की बाइट-@Uppolice @adgzonelucknow @igrangeayodhya pic.twitter.com/Ewx72BUASl
— Barabanki Police (@Barabankipolice) April 2, 2021
मिली जानकारी के मुताबिक इस एंबुलेंस के मामले में शुक्रवार को बाराबंकी जिले में डा. अलका राय के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। जिसके बाद परिवहन विभाग ने ज़ॉच किया तो पाया कि इस एंबुलेंस के पंजीकरण के कागजात भी फर्जी हैं।
डॉ.अलका राय ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि साल 2015 में मुख्तार के प्रतिनिधि ने उनसे एक कागज पर दस्तखत कराया था, जिसमें बताया था कि जनता के लिए मऊ विधायक एक एंबुलेंस खरीद रहे हैं, इसके लिए किसी अस्पताल का रिफ्रेंस होना जरूरी है। इसलिए उन्होंने कर दिए थे।
बृजलाल ने दावा किया कि मुख्तार को विदेशी फंडिंग भी होती रही है साल 2004 में गाजीपुर जेल में रहते हुए तत्कालीन DM जेल में उसके साथ बैडमिंटन खेलते थे। मुख्तार जेल में तालाब बना कर मछली पालता था।