भारत आज 15वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मना रहा है। इस खास अवसर पर भारतीय चुनाव आयोग (ECI) अपनी सेवा के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न भी मना रहा है। इस ऐतिहासिक मौके को चिह्नित करने के लिए, नई दिल्ली में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू होंगी मुख्य अतिथि
कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी। इस दौरान वे राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों को सर्वश्रेष्ठ चुनावी आचरण पुरस्कार प्रदान करेंगी। यह सम्मान उन अधिकारियों को दिया जाएगा जिन्होंने चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और कुशल तरीके से संपन्न किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस को भारत के जीवंत लोकतंत्र का उत्सव करार देते हुए नागरिकों से मतदान में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर संदेश साझा करते हुए कहा, “राष्ट्रीय मतदाता दिवस हमारे जीवंत लोकतंत्र का उत्सव है। यह हर नागरिक को मतदान का अधिकार उपयोग करने और राष्ट्र के भविष्य को आकार देने की शक्ति देता है। मैं चुनाव आयोग के उत्कृष्ट प्रयासों की सराहना करता हूं।”
25 जनवरी: लोकतंत्र के प्रति समर्पण का दिन
हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। यह दिन 1950 में स्थापित भारत के चुनाव आयोग के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने 1951-52 के पहले आम चुनावों को याद करते हुए बताया कि उस समय भारत के लोकतंत्र को लेकर कई संदेह व्यक्त किए गए थे। उन्होंने कहा, “कुछ लोग शंका कर रहे थे कि भारत का लोकतंत्र टिक पाएगा या नहीं, लेकिन हमारा लोकतंत्र इन शंकाओं को गलत साबित करते हुए और मजबूत हुआ है। भारत लोकतंत्र की जननी है।”
तकनीक से सशक्त हुआ लोकतंत्र
प्रधानमंत्री ने चुनाव आयोग द्वारा चुनाव प्रक्रिया में तकनीक के उपयोग की सराहना करते हुए कहा कि यह नवाचार लोकतंत्र को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग ने तकनीक का उपयोग कर लोगों की शक्ति को मजबूत किया है। उनकी यह प्रतिबद्धता प्रशंसा के योग्य है।”
नागरिकों से मतदान में भाग लेने की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से बड़ी संख्या में मतदान करने और लोकतंत्र को मजबूत बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “मैं देशवासियों से अनुरोध करता हूं कि वे बड़ी संख्या में मतदान करें और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में भाग लें।” यह संदेश उन्होंने हाल ही में अपने रेडियो कार्यक्रम “मन की बात” में भी दोहराया था।
नए मतदाताओं को प्रोत्साहित करने का दिन
2011 से हर साल मनाए जा रहे राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उद्देश्य विशेष रूप से नए मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करना है। यह दिवस लोगों को उनके अधिकारों और जिम्मेदारियों का एहसास कराते हुए लोकतंत्र में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस न केवल भारत के लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करता है, बल्कि हर नागरिक को यह याद दिलाता है कि उनकी एक-एक वोट राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान देती है। “मतदान करें और लोकतंत्र को मजबूत बनाएं,” प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश हर नागरिक के लिए प्रेरणा का स्रोत है।