मध्य प्रदेश के उज्जैन के 10 से अधिक छात्र इस समय किर्गिस्तान में हिंसक अशांति के बीच फंसे हुए हैं। घर लौटने के लिए बेताब इन छात्रों ने अपनी सुरक्षा के डर से केंद्र सरकार से सहायता की अपील की है क्योंकि स्थानीय युवक कथित तौर पर छात्रावासों में घुसकर उन्हें पीटते और परेशान करते हैं।
जीतू पटवारी की गुहार
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से छात्रों की सुरक्षित वापसी की मांग की है। पटवारी ने छात्रों और उनके परिवारों की अत्यधिक चिंता को ध्यान में रखते हुए स्थिति की तात्कालिकता पर प्रकाश डाला।
एक ट्वीट में, पटवारी ने कहा, “उज्जैन के 10 से अधिक छात्र किर्गिस्तान में हिंसा में फंसे हुए हैं। वे जल्द से जल्द भारत लौटना चाहते हैं और केंद्र सरकार से मदद मांगी है।”
• #किर्गिस्तान में हो रही हिंसा में #उज्जैन के 10 से ज्यादा स्टूडेंट्स फंसे हैं! वे किसी भी तरह #भारत वापस आना चाहते हैं! उन्होंने केंद्र सरकार से मदद की अपील की है!
• मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है बिश्केक और आसपास के इलाकों में भारतीय स्टूडेंट्स को निशाना बनाया जा रहा…
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) May 20, 2024
किर्गिस्तान में स्थिति
मीडिया रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि बिश्केक और आसपास के इलाकों में भारतीय छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है। भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश की तुलना में शिक्षा की कम लागत के कारण इनमें से कई छात्र चिकित्सा अध्ययन के लिए किर्गिस्तान में हैं।
छात्रों ने बताया है कि किर्गिज़ युवा छात्रावासों में प्रवेश कर रहे हैं, उन पर हमला कर रहे हैं और उनके कमरे से बाहर निकलना असुरक्षित बना रहे हैं। इस स्थिति ने उनके बचाव की तत्परता बढ़ा दी है।
तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता
पटवारी ने त्वरित और प्रभावी सरकारी हस्तक्षेप की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों की शीघ्र और सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार से शीघ्र संचार का आह्वान किया।