मध्य प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा दोनों चुनावों में बड़ी हार के बाद, कांग्रेस नेता भोपाल में दो दिवसीय मंथन सत्र के लिए एकत्र हुए। इस बैठक का उद्देश्य उनकी हार के पीछे के कारणों का विश्लेषण करना था, जिसमें कई लोगों ने हार के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ‘लाडली बहना योजना’ को जिम्मेदार ठहराया।
एमपी चुनाव में कांग्रेस की करारी हार
मध्य प्रदेश में कांग्रेस को करारा झटका लगा, भाजपा ने सभी 29 लोकसभा सीटें और 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटें जीत लीं। ये चुनाव तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में कराये गये थे। इस हार के बाद कांग्रेस भविष्य में होने वाले चुनावों में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए नई रणनीति बना रही है।
कांग्रेस फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक में प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार समेत प्रमुख नेता शामिल हुए। चुनावी हार में योगदान देने वाले कारकों को समझने के लिए पराजित उम्मीदवारों और विजयी विधायकों के साथ विस्तृत चर्चा की गई।
‘लाडली बहना योजना’ का चुनाव नतीजों पर असर
कई कांग्रेस नेताओं ने अपनी हार के लिए ‘लाडली ब्राह्मण योजना’ को एक महत्वपूर्ण कारक बताया। उनका तर्क है कि भाजपा द्वारा इस योजना की शुरूआत, जिसमें चुनाव से ठीक पहले राज्य में 1.31 करोड़ महिलाओं को धन हस्तांतरित करना शामिल था, के परिणामस्वरूप भाजपा की ओर वोट का बड़ा झुकाव हुआ, जिससे उन्हें भारी जीत मिली।