मोहन सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मध्य प्रदेश नर्सिंग कॉलेज घोटाले में रिश्वतखोरी में शामिल एमपी पुलिस इंस्पेक्टर सुशील मजोका को बर्खास्त कर कड़ी कार्रवाई की है।
नर्सिंग घोटाले में रिश्वतखोरी के आरोप में इंस्पेक्टर बर्खास्त
सीएम मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश सरकार ने नर्सिंग कॉलेज घोटाले में भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस दिखाया है। रिश्वत लेते पकड़े गए इंस्पेक्टर सुशील मजोका को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्तगी का आदेश मंगलवार शाम को जारी किया गया
रिश्वत की घटना का विवरण
22 मई को सुशील मजोका के आवास से 2 लाख रुपये की रिश्वत राशि बरामद की गई थी। इसके बाद, सीबीआई ने सुशील की सेवाएं एमपी पुलिस को वापस कर दीं, जिससे उन्हें ड्यूटी से बर्खास्त कर दिया गया। यह निर्णायक कार्रवाई भ्रष्टाचार पर सरकार के सख्त रुख को रेखांकित करती है।
सुशील मजोका के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
इंस्पेक्टर सुशील मजोका के खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें धारा 311 की उप-धारा 2-बी, आईपीसी की धारा 120 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 शामिल हैं। पुलिस की छवि और नैतिक मानकों को कमजोर किया।