मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दूसरे चरण के सदस्यता अभियान की शुरुआत के साथ ही राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। खासकर, कांग्रेस से आए नेताओं को भी महत्वपूर्ण पद दिए जाने की संभावना जताई जा रही है, जिससे उनके कद में वृद्धि होगी।
पहली सूची में दिग्गज नेता: पहली सूची में पूर्व सांसद केपी यादव, कमलेश शाह, दीपक सक्सेना और सुरेश पचौरी जैसे 10 प्रमुख नेताओं के नाम हो सकते हैं। इन नेताओं को महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त कर बीजेपी अपना संदेश स्पष्ट कर रही है कि कांग्रेस से आए नेताओं का सम्मान रखा जाएगा।
केपी यादव: गुना से पूर्व सांसद केपी यादव का पहले टिकट कटा था, और राज्यसभा में भी उनका नाम नहीं आया। अब उन्हें पहली सूची में शामिल कर शीर्ष नेतृत्व ने उनके मान-सम्मान की बात सुनिश्चित की है।
कमलेश शाह: कांग्रेस से भाजपा में आए अमरवाड़ा के विधायक कमलेश शाह की मंत्री बनने की चर्चा थी। हालांकि, उन्हें मंत्री पद नहीं मिला, लेकिन राजनीतिक नियुक्ति के लिए उनका नाम आगे है।
दीपक सक्सेना: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले दीपक सक्सेना ने अपनी 44 साल की दोस्ती को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थामा। उन्होंने छिंदवाड़ा में भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई और उनकी राजनीतिक नियुक्ति भी तय मानी जा रही है।
सुरेश पचौरी: चार बार राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी 9 मार्च को कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। अब भाजपा उन्हें नियुक्त कर कांग्रेस से आए नेताओं का कद बढ़ाने का संकेत दे रही है।
दूसरे चरण के सदस्यता अभियान की भूमिका
दूसरे चरण का सदस्यता अभियान 15 अक्टूबर को समाप्त होगा, जिसके बाद राजनीतिक नियुक्तियां की जाएंगी। इस अभियान के प्रदर्शन को भी नियुक्तियों का एक अहम मापदंड माना जा रहा है। पार्टी नेतृत्व कई बार इस बात को स्पष्ट कर चुका है कि सदस्यता अभियान में बेहतर प्रदर्शन करने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी।
मोहन सरकार की राजनीतिक नियुक्तियां
मोहन सरकार ने हाल ही में कई राजनीतिक नियुक्तियां की हैं, जिनमें श्रीकांत पाटिल (एमडी, क्रिस्प), मोहन नागर (उपाध्यक्ष, जन अभियाप परिषद) और सीताराम आदिवासी (उपाध्यक्ष, सहरिया विकास प्राधिकरण) शामिल हैं।