मध्य प्रदेश में परिवहन विभाग ने अब ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड प्रिंट करने की प्रक्रिया बंद कर दी है। इसके बजाय, अब ये दस्तावेज ऑनलाइन उपलब्ध कराए जाएंगे। परिवहन आयुक्त डीपी गुप्ता द्वारा जारी किए गए नए आदेशों के अनुसार, ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट अब डिजिटल साइन के साथ ई-लाइसेंस और ई-रजिस्ट्रेशन के रूप में उपलब्ध होंगे। इसे मोबाइल पर डिजिटल रूप में दिखाया जा सकेगा या प्रिंट निकाल कर रखा जा सकेगा।
क्यों आई यह नई व्यवस्था? स्मार्ट चिप कंपनी, जो 2002 से RTO के लिए ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड प्रिंट कर रही थी, ने प्रिंटिंग बंद कर दी। इसके बाद, परिवहन विभाग ने यह नई डिजिटल व्यवस्था लागू की है। इसके चलते विभाग हर महीने करीब 3 करोड़ रुपये की बचत करेगा।
नई प्रक्रिया
सारथी पोर्टल पर आवेदन: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने या नवीनीकरण के लिए आवेदक को सारथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
ड्राइविंग टेस्ट: आवेदन के बाद, आवेदक को ड्राइविंग टेस्ट देना होगा। टेस्ट में पास होने पर फोटो ली जाएगी।
ऑनलाइन अप्रूवल: आरटीओ द्वारा ऑनलाइन अप्रूवल दिया जाएगा।
लिंक प्राप्त करें: इसके बाद आवेदक को SMS के जरिए एक लिंक भेजी जाएगी, जिसमें आईडी नंबर और जन्मतिथि भरकर ई-लाइसेंस और ई-रजिस्ट्रेशन कार्ड डाउनलोड किया जा सकेगा।
चिप कंपनी का विवाद: नोएडा की स्मार्ट चिप कंपनी 2002 से आरटीओ के साथ काम कर रही थी। हालांकि, 88 करोड़ रुपये के भुगतान में देरी होने के कारण कंपनी ने प्रिंटिंग का काम रोक दिया, जिससे परिवहन विभाग को डिजिटल व्यवस्था लागू करनी पड़ी।
फायदे
आवेदकों को अब कागजी दस्तावेज की जरूरत नहीं पड़ेगी, वे अपने लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड को डिजिटल रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होने के कारण समय की बचत और कागज का उपयोग कम होगा।