मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में यह स्पष्ट किया कि मध्य प्रदेश अब उद्योगपतियों की रुचि का केंद्र बन चुका है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रदेश में बौद्धिक संपदा की कमी नहीं है और यहां के युवा कौशल में निपुण हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “सरकार युवाओं को स्किल्ड बनाने के लिए कई कार्यक्रम चला रही है, ताकि हम ब्रेन ड्रेन की समस्या से बच सकें।”
डॉ. यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है। “हमने दिसंबर तक एक लाख से ज्यादा सरकारी भर्तियों का लक्ष्य रखा है,” उन्होंने कहा। यह पहल युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर है, खासकर दिवाली से पहले।
मध्य प्रदेश सभी प्रकार की संपदा से भरा हुआ है
उन्होंने कहा, “मध्य प्रदेश सभी प्रकार की संपदा से भरा हुआ है और इस प्रदेश का युवा बहुत योग्य है। हमारा उद्देश्य है कि किसी भी क्षेत्र में मध्य प्रदेश अन्य राज्यों से पीछे न रहे।”
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि हाल की रीजनल इंडस्ट्री मीट के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। “हमें 2 लाख 45 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिल चुके हैं, जिससे लगभग सवा तीन लाख रोजगार के अवसर सृजित होंगे।”
सीएम ने कहा, “जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तरक्की कर रहा है, तो मध्य प्रदेश विकास में पीछे क्यों रहे?” उन्होंने प्रदेश के समग्र विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा, “हमारा संकल्प है कि हम मध्य प्रदेश को समृद्ध और संपन्न बनाएं।”