मध्य प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर रियासत कालीन अदावत की झलक देखने को मिली, जब राघोगढ़ के राजा दिग्विजय सिंह के बेटे और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने ग्वालियर राजघराने के महाराजा और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से गुना में समय बिताने का आग्रह किया। जयवर्धन सिंह ने सिंधिया को किसानों की खाद आपूर्ति और मंडी की स्थिति को लेकर सीधा संदेश देते हुए कहा कि दिल्ली में बैठकर गुना क्षेत्र की समस्याओं को समझना संभव नहीं है।
गुना में खाद की आपूर्ति पर उठाए सवाल
जयवर्धन सिंह ने कहा कि किसानों को खाद उपलब्ध नहीं हो रही है, जिससे वे परेशान हैं। उन्होंने सिंधिया से निवेदन किया कि वे गुना की मंडियों में जाकर वास्तविक स्थिति का जायजा लें। जयवर्धन का यह तंज था कि केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद सिंधिया दिल्ली में बैठकर गुना संसदीय क्षेत्र की समस्याओं को नहीं समझ सकते। उन्होंने कहा कि केवल सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करने से किसानों को मदद नहीं मिलेगी।
कार्तिकेय चौहान को दी नसीहत
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बाद जयवर्धन सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान के वायरल वीडियो पर भी प्रतिक्रिया दी। जयवर्धन ने कार्तिकेय को सलाह दी कि एक युवा नेता के रूप में उन्हें सकारात्मक बातें करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “युवा होने के नाते जो भी कहें, वह जनता के भरोसे और भविष्य को ध्यान में रखकर होनी चाहिए। नकारात्मक और धमकी भरे शब्दों से जनता पर गलत असर पड़ सकता है।”
सोच-समझकर बोलने की दी सलाह
जयवर्धन ने कार्तिकेय से अपील की कि वह बुधनी क्षेत्र में धमकी देने के बजाय विकास पर बात करें। उन्होंने कहा कि नौजवान होने के नाते कार्तिकेय को समझना चाहिए कि हर शब्द का असर पड़ता है और जनता उनसे अपेक्षाएं रखती है।