मध्यप्रदेश में आयोजित माइनिंग कॉन्क्लेव ने राज्य के खनिज क्षेत्र में भारी निवेश की संभावनाओं को जन्म दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि खनिज संपदा से समृद्ध इस राज्य में खनिज क्षेत्र में नए निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार पूरी तरह तत्पर है। इस कॉन्क्लेव के दौरान 19,650 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे प्रदेश की खनिज संपदा का उपयोग कर औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा
मध्यप्रदेश में खनिज संपदा के दोहन के लिए सरकार खनन क्षेत्र के उद्यमियों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगी। इस दौरान एमओआईएल (भारत सरकार का उपक्रम) और मध्यप्रदेश राज्य खनिज निगम लिमिटेड के बीच “संयुक्त उद्यम समझौता” भी हस्ताक्षरित हुआ। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश के खनिज राजस्व में आने वाले समय में 5 गुना वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है।
प्रमुख निवेश प्रस्ताव
कॉन्क्लेव में 11 औद्योगिक संस्थानों ने लगभग 20 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्रस्तुत किए। इनमें से कुछ प्रमुख हैं।
ल्यूगांग इंडिया: माइनिंग उपकरण निर्माण इकाई (250 करोड़)
इंडियन रेयर अर्थस: रेयर मेटल्स क्लस्टर की स्थापना (भोपाल)
द कमोडिटी हब: कॉपर, रॉकफास्फेट, सिलिकॉन प्लांट (2000 करोड़)
श्री बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड: इंट्रीगेटेड स्टील प्लांट (उमरिया)
डालमिया सीमेंट: सीमेंट प्लांट (3000 करोड़, सतना)
मध्यप्रदेश जल्द ही हीरे के साथ-साथ सोने की खुदाई भी करेगा। राज्य की खनिज संपदा का समुचित दोहन करते हुए, सरकार का लक्ष्य खनिज क्षेत्र में नए प्रकल्पों के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ाना है।
मंडला के पत्थरों का उपयोग
मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि अयोध्या में रामलला के मंदिर के निर्माण में मध्यप्रदेश के मंडला जिले के पत्थरों का उपयोग किया गया है, जो प्रदेश की समृद्धि और योगदान को दर्शाता है।
खनिज क्षेत्र में विशाल प्रगति
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है, और खनिज क्षेत्र में देश वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। मध्यप्रदेश सरकार भी इस दिशा में निवेश को प्रोत्साहित करने और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
हर महीने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव
प्रदेश में हर महीने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष हुई 4 कॉन्क्लेव में लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। आगामी 23 अक्टूबर को रीवा में एक और इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित होने जा रहा है, जिससे विभिन्न सेक्टर्स में नए निवेश लाने की उम्मीद है।