मध्य प्रदेश में श्रीराम पथगमन स्थलों के विकास को गति देने के लिए राज्य सरकार ने मुख्य सचिव अनुराग जैन की अध्यक्षता में दो महत्वपूर्ण समितियों का गठन किया है। इन समितियों का उद्देश्य श्रीराम पथगमन से जुड़े स्थलों के विकास, इंटीग्रेटेड स्कीम के निर्माण, क्रियान्वयन और नियमित समीक्षा करना है।
प्रमुख समितियां
विभागीय सचिवों की समिति: इस समिति का काम श्रीराम पथगमन परियोजनाओं के क्रियान्वयन और विकास कार्यों की निगरानी करना है। इसमें निम्नलिखित सदस्य शामिल हैं।
अपर मुख्य सचिव, जल संसाधन विभाग
प्रमुख सचिव, नगरीय प्रशासन
प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग
प्रमुख सचिव, वित्त विभाग
प्रमुख सचिव, संस्कृति/पर्यटन (समिति के पदेन सदस्य सचिव)
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में मॉनिटरिंग समिति: यह समिति श्रीराम पथगमन स्थलों के विकास कार्यों की प्रगति की निगरानी करेगी और उनके सुचारू क्रियान्वयन को सुनिश्चित करेगी।
श्रीराम पथगमन न्यास की भूमिका
इससे पहले, राज्य सरकार ने राम वन पथ गमन न्यास का गठन किया था, जिसका उद्देश्य पथगमन से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों का विकास और संरक्षण करना है। दो महीने पहले न्यास के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में एक बैठक भी आयोजित की गई थी, जिसमें इस दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे।
यह कदम राज्य के सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ श्रीराम के ऐतिहासिक पथगमन स्थलों के संरक्षण और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।