मध्य प्रदेश में रबी सीजन की शुरुआत के साथ ही खाद संकट ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। डीएपी खाद की किल्लत के चलते किसान परेशान हैं और कई जगहों पर खाद वितरण केंद्रों पर लंबी कतारें देखी जा रही हैं। हालात बिगड़ने पर गुरुवार को बंडा में किसानों ने प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जताई और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि अगर जल्द ही पर्याप्त खाद नहीं मिली, तो वे बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
खाद की कमी से बर्बाद हो सकती है फसल
बंडा के पूर्व विधायक तरवर सिंह लोधी ने किसानों के विरोध की अगुवाई की। उन्होंने आरोप लगाया कि बंडा क्षेत्र में केवल दो गाड़ी डीएपी खाद ही पहुंची है, जो बेहद अपर्याप्त है। उन्होंने चेताया कि समय पर खाद नहीं मिलने से फसल बर्बाद हो जाएगी। किसानों ने बताया कि रबी फसल की बुवाई के लिए डीएपी खाद अनिवार्य है, लेकिन सोसायटियों और डबल लॉक स्टोरों पर खाद उपलब्ध नहीं है।
किसानों की चेतावनी – जल्द समाधान नहीं हुआ, तो करेंगे उग्र आंदोलन
खाद संकट की गंभीरता को देखते हुए किसानों ने साफ कर दिया है कि अगर जल्द ही खाद की आपूर्ति नहीं होती, तो बड़ा आंदोलन होगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बाजार में नकली खाद दोगुने दाम पर बेची जा रही है, जिससे गरीब किसान परेशान हैं। किसानों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
औने-पौने दामों पर खाद खरीदने को मजबूर किसान
तरवर सिंह लोधी ने कहा, “रबी सीजन से पहले भाजपा नेताओं ने भरोसा दिलाया था कि किसानों को पर्याप्त खाद मिलेगा, लेकिन बंडा विधानसभा में खाद का कोई इंतजाम नहीं है।” उन्होंने बताया कि मजबूरी में किसान व्यापारियों से ऊंचे दामों पर खाद खरीदने को मजबूर हैं, जबकि व्यापारी इस संकट का फायदा उठाकर मनमाने दाम वसूल रहे हैं।
मध्य प्रदेश में खाद संकट से किसान बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। यदि जल्द ही डीएपी खाद की आपूर्ति नहीं की गई, तो रबी फसलों की बुवाई और उत्पादन दोनों पर बुरा असर पड़ेगा। किसान संगठनों ने प्रशासन और सरकार को कड़ी चेतावनी दी है कि यदि हालात नहीं सुधरे, तो जल्द ही बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।