मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यूनाइटेड किंगडम और जर्मनी के निवेशकों को आकर्षित करने के लिए एक विशेष यात्रा की शुरुआत की है। रविवार को लंदन पहुंचने पर भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी और प्रवासी भारतीयों द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस छह दिवसीय दौरे में डॉ. यादव का उद्देश्य उद्योगपतियों, व्यापारिक नेताओं, और सरकारी प्रतिनिधियों के साथ संवाद स्थापित कर मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों का प्रचार करना है।
ब्रिटिश संसद का दौरा और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि
डॉ. यादव दौरे के पहले चरण में ब्रिटिश संसद का दौरा करेंगे और संसद चौक पर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद, वे किंग्स क्रॉस और पुनर्विकास स्थलों का निरीक्षण करेंगे। यात्रा के इस हिस्से में वे उद्योगपतियों और सरकारी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत कर मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने के प्रयास करेंगे।
लंदन में ‘फ्रेंड्स ऑफ मध्य प्रदेश’ कार्यक्रम में प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद
लंदन में आयोजित “फ्रेंड्स ऑफ मध्य प्रदेश” कार्यक्रम में सीएम डॉ. यादव प्रवासी भारतीयों से मिलेंगे। इस रात्रिभोज में 400 से अधिक भारतीय प्रवासी शामिल होंगे। 26 नवंबर को आयोजित विशेष सत्र में मुख्यमंत्री विभिन्न उद्योगपतियों और यूके के भारतीय उच्चायुक्त के साथ नाश्ते पर मुलाकात करेंगे। इस सत्र में 120 से अधिक प्रतिभागी मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों पर चर्चा करेंगे।
मंगलवार का कार्यक्रम: बीआर अंबेडकर हाउस, वारविक विश्वविद्यालय और जर्मनी के लिए प्रस्थान
मंगलवार को डॉ. यादव बीआर अंबेडकर हाउस जाएंगे और वहां श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद, वे वारविक विश्वविद्यालय में डीन और शोधकर्ताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे। तीन दिवसीय ब्रिटेन दौरे के बाद वे 27 नवंबर को जर्मनी के म्यूनिख प्रस्थान करेंगे।
जर्मनी में बवेरियन सरकार के साथ बैठकें और निवेश सत्र
28 और 29 नवंबर को सीएम यादव जर्मनी में बवेरियन राज्य सरकार के प्रतिनिधियों से मिलेंगे। इसके बाद वे एसएफसी एनर्जी में निवेश सत्र में भाग लेंगे, जिसमें भारतीय महावाणिज्य दूतावास, सीआईआई, इन्वेस्ट इंडिया, और इंडो-जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।
स्टटगार्ट के संग्रहालय का दौरा और यात्रा का समापन
सीएम यादव स्टटगार्ट में प्राकृतिक इतिहास के राज्य संग्रहालय का दौरा करेंगे, जहाँ वे 1791 में स्थापित इस संग्रहालय के डायनासोर अवशेषों और जीवाश्मों के संग्रह का अवलोकन करेंगे। अपनी इस यात्रा के समापन में वे फ्रैंकफर्ट होते हुए नई दिल्ली लौटेंगे।
मध्य प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने का उद्देश्य
डॉ. यादव का यह दौरा मध्य प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। इससे पहले उन्होंने मुंबई, बेंगलुरु, कोयंबटूर, और कोलकाता में निवेश संवादात्मक सत्र आयोजित किए, जिनसे राज्य में निवेश के कई नए रास्ते खुले हैं।