मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस दिवाली का जश्न अनोखे अंदाज में मनाया, जो आम जनता के करीब रहने की उनकी खासियत को फिर से दर्शाता है। उज्जैन में उन्होंने बाइक चलाकर, पैदल चलकर लोगों से मुलाकात की और दिव्यांग दंपति की मदद की। उनके इस अंदाज ने शहरवासियों का दिल जीत लिया।
बाइक चलाई, पैदल घूमकर लोगों से की मुलाकात
दिवाली के मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन की गलियों में बाइक चलाई और फिर पैदल चलकर लोगों से आत्मीय मुलाकात की। फ्रीगंज शहीद पार्क टॉवर चौक समेत कई क्षेत्रों में सीएम ने घूमकर नागरिकों से बातचीत की, फोटो खिंचवाई और मिठाइयां बांटकर दिवाली की शुभकामनाएं दीं। उनके इस सादगी भरे अंदाज पर लोगों ने फूलों की वर्षा कर उनका स्वागत किया।
हर मुख पर मुस्कान ही मेरी दिवाली है…
मेरे भाई-बहनों के जीवन में खुशियों का प्रकाश हो, इनका जीवन भी सानंद व्यतीत हो, यही हमारा संकल्प है। pic.twitter.com/t5Wx6Ww84R
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 31, 2024
दिव्यांग दंपति की मदद कर दिलाई दुकान
भ्रमण के दौरान फ्रीगंज में एक दिव्यांग दंपति, परमानंद और रेखा प्रजापत, ने कार्तिक मेला में दुकान की मांग की। मुख्यमंत्री ने तुरंत ही उनकी बात सुनकर कलेक्टर नीरज कुमार सिंह को बुलाया और दिव्यांग दंपति के लिए मेला क्षेत्र में दुकान उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इस मदद से दिव्यांग दंपति खुश होकर अपने घर रवाना हुए।
चरखी चलाकर निकाला गन्ने का रस
मुख्यमंत्री ने अपने सहज अंदाज से लोगों को दिवाली की खुशियां बांटी। उन्होंने फ्रीगंज में गन्ने की चरखी चलाने वाले ललित पाटिल से मुलाकात की और खुद चरखी चलाकर गन्ने का रस निकाला। वहां मौजूद लोगों को अपने हाथों से रस पिलाया, जिससे लोग अभिभूत हो उठे।
मुख्यमंत्री मोहन यादव का यह अनोखा अंदाज उनके सरल और जनता के करीब रहने वाले व्यक्तित्व को फिर से सामने लाता है। दिवाली के इस खास मौके पर उनके आत्मीय व्यवहार ने उज्जैन के लोगों को एक खास याद दी।