आज, शनिवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भोपाल और इंदौर में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वे करोड़ों रुपये के विकास कार्यों का शुभारंभ करेंगे। मध्य प्रदेश में विकास और न्याय के क्षेत्र में लगातार हो रहे प्रयासों के तहत मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होंगे और “विक्रमादित्य न्याय पुरस्कार” की भी शुरुआत की जाएगी, जो न्याय के क्षेत्र में एक नई पहल होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि महाराजा विक्रमादित्य का जीवन बहुआयामी था और आज की युवा पीढ़ी को यह जानने की ज़रूरत है कि विक्रम संवत कैसे शुरू हुआ। महाराजा विक्रमादित्य की न्यायप्रियता, साहस और दानशीलता से प्रजा को किस प्रकार लाभ हुआ, यह जानकारी छात्रों तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नेपाल जैसे देशों में विक्रम संवत का प्रचलन आज भी कायम है, और विक्रमादित्य के सुशासन और न्याय प्रणाली से जुड़ी जानकारी को शैक्षिक पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाना चाहिए।
आज के प्रमुख कार्यक्रम
दोपहर 12:40 बजे: रवीन्द्र भवन, भोपाल में आगमन
12:45 बजे: राष्ट्रीय हिंदी भाषा सम्मान समारोह, संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित
1:40 बजे: स्टेट हैंगर, भोपाल में आगमन
2:00 बजे: इंदौर एयरपोर्ट आगमन
2:30 बजे: मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत उज्जैन में आयोजित तीर्थयात्रा कार्यक्रम का वर्चुअल शुभारंभ
3:00 बजे: ISBT/मेट्रो स्टेशन निरीक्षण
3:40 बजे: सांची प्लांट भ्रमण
5:30 बजे: शहीद अमृतादेवी पार्क, इंदौर का लोकार्पण
6:20 बजे: एमजीएम मेडिकल कॉलेज, इंदौर में सीटी मशीन का लोकार्पण
6:55 बजे: शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय में नवीन ब्लॉक का लोकार्पण
7:10 बजे: होल्कर साइंस कॉलेज में लाइब्रेरी का उद्घाटन
रात्रि विश्राम: उज्जैन
विक्रमादित्य के नाम से न्याय पुरस्कार की घोषणा
मध्य प्रदेश सरकार न्याय के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तित्वों को “विक्रमादित्य न्याय पुरस्कार” से सम्मानित करेगी। यह पुरस्कार 26 फरवरी से 5 जून 2025 तक आयोजित विक्रमोत्सव के दौरान प्रदान किया जाएगा। सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि महाराजा विक्रमादित्य ने दानशीलता, वीरता और न्यायप्रियता के उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किए थे। इसी कड़ी में, शुक्रवार को भोपाल स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन संस्थान में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने विक्रमोत्सव-2025 की रूपरेखा पर चर्चा की।