सागर में आयोजित चौथी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 23,181 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए, जो अब तक की सबसे बड़ी कॉन्क्लेव में से एक है। इन प्रस्तावों से 27,375 नए रोजगार अवसर सृजित होंगे। एमएसएमई सेक्टर में भी 940 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। यह निवेश कॉन्क्लेव बुंदेलखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
निवेश के बड़े प्रस्ताव
इस कॉन्क्लेव में सबसे बड़ा प्रस्ताव गीतांजलि ग्रुप के चेयरपर्सन जेपी अग्रवाल द्वारा दिया गया, जिन्होंने निवाड़ी में 3,200 करोड़ रुपये के इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट की स्थापना का प्रस्ताव रखा। इस प्लांट से 10,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, बंसल ग्रुप ने 4 सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, 5-स्टार होटल और सोलर प्लांट के लिए 1,350 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है।
सागर में प्रदेश का पहला डेटा सेंटर बनेगा
सागर के सुरखी में प्रदेश का पहला डेटा सेंटर स्थापित किया जाएगा, जो 1,700 करोड़ रुपये के निवेश से 1,000 लोगों को रोजगार देगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि इसके साथ ही इंदौर और भोपाल में भी डेटा सेंटर स्थापित करने की योजना है।
बुंदेलखंड के विकास पर सीएम का जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने सागर की ढाना हवाई पट्टी को एयरपोर्ट में बदलने और सिल्वर क्लस्टर विकसित करने की भी घोषणा की। इसके अलावा, चांदी से जुड़े उद्योगों को भी प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे स्थानीय कारीगरों को लाभ होगा।
खजुराहो को फिल्मसिटी और वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की योजना
सीएम ने खजुराहो को फिल्मसिटी और वेडिंग डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित करने का भी ऐलान किया। इससे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
सागर में पहली बार उद्योगों को मिलेगा सीवेज का उपचारित पानी
सागर नगर निगम और एमपीआइडीसी के बीच हुए अनुबंध के अनुसार, सागर के उद्योगों को सीवेज का उपचारित पानी उपलब्ध कराया जाएगा। यह अपने आप में एक अनूठी पहल है, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ उद्योगों को भी लाभ मिलेगा।
नए औद्योगिक पार्क और केंद्रों की स्थापना
सागर के मसवासी में 1300 एकड़ में मेगा इंडस्ट्रियल पार्क का निर्माण होगा, और सागर में निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक जिला-एक उत्पाद नीति बनाई जाएगी। इसके अलावा, कोलकाता में भी निवेश संवर्धन के लिए एमपीआइडीसी का कार्यालय खोला जाएगा।
संपूर्ण विकास का विजन
इस कॉन्क्लेव के माध्यम से बुंदेलखंड को एक नई दिशा और गति मिलेगी, जिसमें रोजगार सृजन से लेकर औद्योगिक विकास तक के कई आयाम शामिल होंगे।