मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विजयादशमी के शुभ अवसर पर शक्ति और साहस के प्रतीक शस्त्रों का पूजन किया। मुख्यमंत्री ने पारंपरिक धोती-कुर्ता धारण कर वैदिक विधि से शक्ति स्वरूपा मां काली की पूजा-अर्चना की। इस दौरान मुख्यमंत्री निवास पर शस्त्र पूजन का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री के सुरक्षा अधिकारी, कर्मचारी, और स्टाफ भी शामिल हुए।
धर्म पर अधर्म की विजय का प्रतीक
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विजयादशमी पर शस्त्र पूजन का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है। यह प्राचीन हिंदू सनातन परंपरा का हिस्सा है और व्यक्ति को उसके कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है। उन्होंने कहा कि यह पूजन अधर्म के खिलाफ लड़ने और समाज में धर्म, सत्य और न्याय की स्थापना करने की प्रेरणा देता है।
शस्त्र पूजन का धार्मिक महत्व
विजयादशमी के दिन शस्त्र पूजन का उद्देश्य साहस, शक्ति और धर्म की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से शस्त्रों की पूजा कर उन्हें पवित्र माना जाता है, जो धर्म और सत्य की रक्षा के लिए उपयोग किए जाते हैं। मुख्यमंत्री ने इस परंपरा का पालन करते हुए शस्त्रों को शक्ति, साहस और विजय का प्रतीक बताया।