मध्य प्रदेश में इस साल नवरात्रि के दौरान पुलिस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस महानिदेशक (DGP) सुधीर सक्सेना ने अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विशेष सुरक्षा उपायों पर चर्चा की। बैठक में सभी जोनल एडीजी, आईजी, भोपाल और इंदौर के पुलिस आयुक्त, और जिलों के पुलिस अधीक्षक शामिल हुए।
DGP सक्सेना ने निर्देश दिया कि नवरात्रि के गरबा स्थलों पर महिला सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि गरबा स्थल के आसपास विशेष पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाए और महिलाओं के सुरक्षित घर पहुंचने तक पुलिस का पहरा जारी रहे।
महिला सुरक्षा के लिए विशेष कदम
1.गरबा स्थल के आसपास की सड़कों और गलियों में ड्रोन कैमरों का उपयोग किया जाएगा।
2.वीडियोग्राफी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
3.दुर्गा उत्सव समितियों के साथ समन्वय कर सुरक्षा को सुदृढ़ बनाया जाएगा।
4.गरबा खत्म होने के बाद भी, जब तक महिलाएं और लड़कियां सुरक्षित अपने घर न पहुंच जाएं, पुलिस गश्त जारी रहेगी।
5.खुफिया तंत्र को सक्रिय रखने के निर्देश दिए गए हैं।
अपराधियों पर सख्ती और स्कूल सुरक्षा
DGP ने अधिकारियों को बार-बार अपराध करने वालों की हिस्ट्रीशीट तैयार करने का निर्देश दिया है। विशेषकर यौन अपराधियों और पास्को एक्ट के तहत मामलों की फॉलोअप रिपोर्ट सुनिश्चित की जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बच्चों की सुरक्षा को लेकर जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, प्रदेश के सभी स्कूलों में सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे। स्कूल स्टाफ और परिसर के आसपास रहने वालों का पुलिस सत्यापन अनिवार्य होगा। इसके अलावा, स्कूलों और वाहनों में CCTV कैमरे चालू रहने की भी हिदायत दी गई है।
ब्लैक स्पॉट और सड़क सुरक्षा
DGP ने पुलिस अधिकारियों को जिला प्रशासन और नगरीय निकायों के साथ समन्वय करके उन क्षेत्रों की पहचान करने का निर्देश दिया जहां अपराध का जोखिम ज्यादा है, जिन्हें ब्लैक स्पॉट कहा जाता है। बीट प्रणाली को सुदृढ़ करते हुए असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के साथ-साथ, शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ अभियान भी चलाया जाएगा।