मध्य प्रदेश में आगामी राज्यसभा सदस्य चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिससे राजनीतिक अटकलें तेज हो गई हैं। एक महत्वपूर्ण सीट पर कब्जे के साथ, भाजपा के उम्मीदवार की पसंद सुर्खियों में है। राज्यसभा सीट पर बीजेपी किसे उम्मीदवार बनाएगी इसपर अभी तक संशय बना हुआ है। उम्मीदवारों को लेकर कई नाम सामने आए हैं, लेकिन माना जा रहा है कि बीजेपी किसी चौंकाने वाले उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगा सकती है।
नामांकन प्रक्रिया 21 अगस्त तक खुली रहेगी और जांच 22 अगस्त को होगी। उम्मीदवारों के पास अपना नामांकन वापस लेने के लिए 26 अगस्त तक का समय है। मतदान 3 सितंबर को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक निर्धारित है और परिणाम उसी दिन घोषित किए जाएंगे।
प्रमुख दावेदार
पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, गुना के पूर्व सांसद केपी यादव और जयभान सिंह पवैया सहित कई प्रमुख भाजपा नेता राज्यसभा सीट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। मिश्रण में अन्य नामों में सुरेश पचौरी, कांतादेव सिंह, माधवी लता और मुकेश चतुर्वेदी शामिल हैं। अटकलें यह भी हैं कि इस सीट के लिए कांग्रेस का कोई नेता दावेदार हो सकता है। हालाँकि, भाजपा आलाकमान के अप्रत्याशित निर्णयों को देखते हुए, ऐसी संभावना है कि एक अप्रत्याशित उम्मीदवार उम्मीदवार के रूप में उभर सकता है, जो संभावित रूप से अनुभवी दिग्गजों को दरकिनार कर सकता है।
क्या बीजेपी का उम्मीदवार होगा सरप्राइज?
ऐसी अटकलें बढ़ रही हैं कि भाजपा मध्य प्रदेश के बाहर से किसी वरिष्ठ नेता को राज्य के कोटे से राज्यसभा में ला सकती है। यह कदम पार्टी का एक रणनीतिक प्रयोग हो सकता है, लेकिन यह देखना होगा कि आख़िरकार किसे मंजूरी मिलेगी। भाजपा के भीतर चल रहे आंतरिक संघर्षों के कारण किसी उम्मीदवार पर आम सहमति बनाना मुश्किल हो गया है, जिससे अनिश्चितता बढ़ गई है।