मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने का बड़ा फैसला लिया है। इन केंद्रों का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली करेंगे, जबकि राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन केंद्र में इस कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे।
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना का उद्देश्य
जन औषधि केंद्र की स्थापना का मुख्य उद्देश्य सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराना है। इस परियोजना की शुरुआत वर्ष 2008 में हुई थी, लेकिन 2015 के बाद इसमें तेजी आई। इसका मकसद पूरे देश में सस्ती दवाइयों की पहुंच को व्यापक बनाना है। वर्तमान में 500 से अधिक जन औषधि केंद्र मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में कार्यरत हैं।
जन औषधि केंद्र से होने वाले लाभ
सस्ती दवाइयां: केंद्रों पर मरीजों को ब्रांडेड दवाइयों के मुकाबले 50% से 90% तक कम दाम पर जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध होंगी।
मासिक खर्च में बचत: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोग इन केंद्रों से सस्ती दवाइयां खरीदकर अपने मासिक चिकित्सा खर्चों में बड़ी बचत कर सकेंगे।
सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं: खासतौर पर मधुमेह, उच्च रक्तचाप, और हृदय रोग जैसी पुरानी बीमारियों के प्रबंधन में जन औषधि केंद्र अहम भूमिका निभाएंगे।
रोजगार के अवसर: फार्मासिस्ट और अन्य कर्मचारियों की आवश्यकता के चलते राज्य में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
पीएम आवास योजना और अन्य कार्यक्रम
इस उद्घाटन समारोह के दौरान स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा 2024 के पहले दिन प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत देश के 4 लाख आवासों का गृह प्रवेश होगा, जिसमें मध्य प्रदेश के 51,000 आवास शामिल हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 का शुभारंभ और पीएम स्वनिधि के तहत पीआरएआईएसई अवार्ड भी वितरित किए जाएंगे।
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय मुख्य अतिथि होंगे, जबकि राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगी।