भोपाल, मध्यप्रदेश: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव फरवरी में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए निवेशकों को आमंत्रित करने इंग्लैंड और जर्मनी दौरे पर जा रहे हैं। इस यात्रा पर सवाल उठा रहे विपक्ष को सीएम ने सकारात्मक भूमिका निभाने की अपील की है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम चाहते हैं कि विपक्ष भी अपने निवेशकों को प्रदेश में लाए। पक्ष-विपक्ष से ऊपर उठकर यदि सभी प्रदेश के विकास में योगदान देंगे, तो मध्यप्रदेश को और मजबूती मिलेगी।”
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से बढ़ रहा निवेश
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रदेश में निरंतर निवेश आकर्षित करने के लिए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित किए जा रहे हैं। नर्मदापुरम और शहडोल जैसे संभागों में भी इनका आयोजन किया गया है। इन प्रयासों से प्रदेश को क्षेत्रीय ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिल रही है।
फरवरी में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए मुख्यमंत्री ने इंग्लैंड और जर्मनी की यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, “इस दौरान प्रदेश में निवेश के लिए बड़े उद्योगपतियों को आमंत्रित किया जाएगा।”
तीन लाख करोड़ का निवेश और रोजगार की संभावना
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश में आईटी पार्क, एमएसएमई, हेवी इंडस्ट्री और एनर्जी सेक्टर सहित अन्य क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश आ रहा है। लगभग तीन लाख करोड़ रुपये के निवेश से रोजगार के अवसर भी तेजी से बढ़ेंगे।
डॉ. यादव ने कहा, “हर संभाग, चाहे ग्वालियर, सागर, रीवा, जबलपुर या उज्जैन हो, सभी जगह निवेश के मामले में सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। ये आयोजन हमारे प्रयासों की सफलता का प्रमाण हैं।”
मुख्यमंत्री की अपील
डॉ. मोहन यादव ने विपक्ष से आग्रह किया कि प्रदेश की भलाई के लिए वह भी अपने स्तर पर इन्वेस्टर्स को मध्यप्रदेश में लाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा, “यदि सभी एकजुट होकर काम करेंगे, तो मध्यप्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा।”
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का यह प्रयास प्रदेश को निवेश का बड़ा केंद्र बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। विपक्ष का सहयोग इस दिशा में नई संभावनाएं खोल सकता है, जिससे मध्यप्रदेश का विकास और तेज हो सकेगा।