भोपाल लोकसभा संसदीय क्षेत्र के आठ में से सात विधानसभा क्षेत्रों के लगभग 13 लाख 29 हजार 205 मतों की गिनती में लगभग 3,000 अधिकारी और कर्मचारी शामिल होंगे। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सुचारू मतगणना प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को विशिष्ट जिम्मेदारियां सौंपी हैं।
भोपाल लोकसभा संसदीय क्षेत्र के आठ में से सात विधानसभा क्षेत्रों के लगभग 13 लाख 29 हजार 205 मतों की गिनती में लगभग 3,000 अधिकारी और कर्मचारी शामिल होंगे। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सुचारू मतगणना प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को विशिष्ट जिम्मेदारियां सौंपी हैं। नगर निगम, पुलिस और अन्य विभागों को सभी जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दिये गये हैं।
मतगणना प्रक्रिया का मुख्य विवरण
वोटों की गिनती 4 जून को सुबह 8 बजे शुरू होगी।
सातों विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम भोपाल की पुरानी जेल के स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखी गई हैं।
तीन स्तर की सुरक्षा, 24×7 सीसीटीवी निगरानी और 500 से अधिक पुलिस कर्मी मतगणना प्रक्रिया की सुरक्षा और अखंडता सुनिश्चित करेंगे।
सौंपी गई जिम्मेदारियां।
संयुक्त कलेक्टर आदित्य जैन प्रथम, द्वितीय और तृतीय रैंडमाइजेशन प्रक्रियाओं की निगरानी करेंगे और माइक्रो ऑब्जर्वर का प्रबंधन करेंगे।
मतगणना में शामिल अधिकारी-कर्मचारियों के प्रशिक्षण की जिम्मेदारी जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ विनोद यादव संभालेंगे।
जिला सूचना विज्ञान अधिकारी ताजवर मुशर्रफ, सहायक जिला सूचना विज्ञान अधिकारी बद्री प्रसाद, ई-गवर्नेंस प्रबंधक विकास गुप्ता और लोक सेवा प्रबंधक प्रसून सोनी परिणाम सारणीबद्ध करने के लिए जिम्मेदार होंगे।
डिप्टी कलेक्टर राजेश सोरटे प्रवेश पत्रों का प्रबंधन करेंगे, अजय शर्मा डाक मतपत्रों का प्रबंधन करेंगे, और अरुण शर्मा और मीना मालाकार सहित कई अन्य अधिकारी मतगणना स्थल पर रसद और व्यवस्था की देखरेख करेंगे।
सुरक्षा और आपातकालीन तैयारी
2,097 मतदान केंद्रों की ईवीएम को तीन स्तरों की सुरक्षा, निरंतर सीसीटीवी निगरानी और पुलिस की उपस्थिति से सुरक्षित किया जाता है।
दो एम्बुलेंस, एक मेडिकल टीम और आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति मतगणना स्थल पर 24/7 उपलब्ध रहेगी। इसके अतिरिक्त, 3 जून को शाम 4 बजे से मतगणना समाप्त होने तक एक फायर ब्रिगेड स्टैंडबाय पर रहेगी।