हरियाणा की राजनीति में बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। 17 अक्टूबर को हरियाणा में मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। दोनों नेताओं को हरियाणा में बीजेपी विधायक दल का नेता चुनने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
विधायक दल का नेता चुनने के लिए नियुक्त किए गए केंद्रीय पर्यवेक्षक
बीजेपी संसदीय बोर्ड ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को हरियाणा में विधायक दल का नेता चुनने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया। हरियाणा विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने तीसरी बार जीत हासिल की है। 8 अक्टूबर को घोषित परिणामों में 90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी को 48 सीटें और कांग्रेस को 37 सीटें मिली हैं।
अमित शाह और मोहन यादव की भूमिका से अटकलें तेज
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अमित शाह को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाए जाने से संकेत मिलते हैं कि हरियाणा की नई सरकार में कुछ अप्रत्याशित चेहरे नजर आ सकते हैं। यह पहली बार है कि अमित शाह को किसी राज्य में विधायक दल का नेता चुनने की जिम्मेदारी दी गई है, जिससे नई सरकार में बड़े बदलाव की संभावना बन रही है।
मुख्यमंत्री पद को लेकर बढ़ी चर्चा
हालांकि बीजेपी ने चुनाव से पहले ही मुख्यमंत्री पद के लिए नायब सिंह सैनी के नाम की घोषणा की थी, लेकिन पूर्व मंत्री अनिल विज ने भी कई मौकों पर मुख्यमंत्री पद की दावेदारी जताई है। इससे पहले भी नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री बनने पर अनिल विज नाराज हो गए थे और मंत्री पद लेने से इनकार कर दिया था।
हरियाणा में बीजेपी की जीत और आगामी चुनौतियां
हरियाणा में बीजेपी ने तीसरी बार बहुमत हासिल किया, 48 सीटों पर पार्टी ने जीत दर्ज की है। अब 16 अक्टूबर को चंडीगढ़ में बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें अमित शाह और डॉ. मोहन यादव मौजूद रहेंगे। मोहन यादव को पहली बार किसी राज्य का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है, और इससे उनका राजनीतिक कद बढ़ता दिख रहा है।
यादव वोटर्स का समर्थन और मोहन यादव की अहमियत
CSDS के एक सर्वे के अनुसार, हरियाणा में 62% यादव वोटर्स ने बीजेपी को वोट दिया है। ओबीसी और यादव वोटर्स का बड़ा समर्थन बीजेपी को मिला है, जिसने पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, अमित शाह की सिफारिश पर मोहन यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया गया है, जिससे उनकी भूमिका आने वाले समय में और बढ़ सकती है। माना जा रहा है कि झारखंड और महाराष्ट्र के आगामी चुनावों में भी उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है।
हरियाणा में बीजेपी की नई सरकार के गठन को लेकर बढ़ते राजनीतिक घटनाक्रमों पर नजरें टिकी हुई हैं। अमित शाह और मोहन यादव की भूमिका से संकेत मिल रहे हैं कि हरियाणा की नई सरकार में कुछ नए चेहरे शामिल हो सकते हैं, जिससे राज्य की राजनीतिक दिशा में बदलाव आ सकता है।