मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंगलवार को सीएम मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रालय में अहम कैबिनेट बैठक सम्पन्न हुई। मंगलवार को हुई बैठक में राज्य में औद्योगिक विकास, सिंचाई और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। यहां उन छह प्रमुख फैसलों पर एक विस्तृत नजर डाली गई है जो पूरे मध्य प्रदेश में हजारों लोगों के जीवन को प्रभावित करेंगे।
1. मुरैना में मेगा लेदर, फुटवियर और एसेसरीज क्लस्टर को मंजूरी
कैबिनेट ने मुरैना के सीतापुर में मेगा लेदर, फुटवियर और एक्सेसरीज क्लस्टर डेवलपमेंट पार्क की स्थापना के लिए राज्य के बजट से ₹111.04 करोड़ के वित्तीय आवंटन को मंजूरी दी। 161.7 एकड़ में फैले इस पार्क में चमड़े के जूते, बैग, बेल्ट, जैकेट और अन्य सामान के निर्माण की सुविधा होगी। राज्य सरकार निवेशकों के लिए भूमि विकास शुल्क, भूमि हस्तांतरण लागत और पट्टा किराया छूट भी वहन करेगी।
2. नीमच जिले के लिए दबावयुक्त सूक्ष्म सिंचाई परियोजना
मंत्रि-परिषद ने जावद-नीमच दबावयुक्त सूक्ष्म सिंचाई परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की। ₹4,197.58 करोड़ की अनुमानित लागत के साथ, यह परियोजना नीमच जिले के 465 गांवों में 1,08,600 हेक्टेयर की सिंचाई करेगी, जिससे कृषि उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि सुनिश्चित होगी।
3. नर्मदापुरम में विद्युत एवं नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण विनिर्माण क्षेत्र की स्थापना
बैठक में मप्र औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड को मोहासा-बाबई, नर्मदापुरम में विद्युत एवं नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण विनिर्माण क्षेत्र स्थापित करने के लिए अधिकृत किया गया। ₹93.50 करोड़ की प्रारंभिक राज्य सरकार की हिस्सेदारी के साथ, यह क्षेत्र विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा उपकरणों के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगा। सरकार पांच साल के लिए बिजली शुल्क प्रतिपूर्ति सहित प्रोत्साहन भी प्रदान करेगी, और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए मामूली दर पर भूमि की पेशकश करेगी।
4. सागर और रीवा में आगामी क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन
हाल ही में हुए ग्वालियर इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की सफलता के बाद, जिसमें 4,000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए और निवेश प्रस्तावों में 8,000 करोड़ रुपये सुरक्षित हुए, कैबिनेट ने दो और क्षेत्रीय सम्मेलनों की तारीखों की घोषणा की। सागर 27 सितंबर को अगला कार्यक्रम आयोजित करेगा, उसके बाद अक्टूबर में रीवा होगा। इन सम्मेलनों से राज्य भर में रोजगार के पर्याप्त अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
5. वृन्दावन ग्रामों का विकास एवं गीता भवनों की स्थापना
कैबिनेट ने प्रत्येक विकास खंड में वृन्दावन ग्रामों को विकसित करने की अनूठी पहल को मंजूरी दी। ये गांव स्वच्छ ऊर्जा, पशुपालन और वन उपज पर ध्यान केंद्रित करते हुए आत्मनिर्भर होंगे। इसके अतिरिक्त, शहरी क्षेत्रों में गीता भवन स्थापित किए जाएंगे, जो सांस्कृतिक अध्ययन और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के केंद्र के रूप में काम करेंगे, जिसमें व्यापक पुस्तकालय और शैक्षिक संसाधन होंगे।
6. लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर के सम्मान में अगली कैबिनेट बैठक महेश्वर में
मंत्रि-परिषद ने निर्णय लिया कि लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में अगली बैठक खरगोन जिले के महेश्वर में आयोजित की जायेगी। अहिल्या बाई की जन कल्याण और मंदिर निर्माण की विरासत का जश्न मनाते हुए पूरे वर्ष सांस्कृतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक गतिविधियों का आयोजन करने के लिए 14 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।