बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान होने में कुछ दिन ही बाकी है लेकिन उससे पहले ही राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। दरअसल आज केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एलजेपी लीडर चिराग पासवान को लेकर आज बड़ा बयान दिया है।
आपको बता दे, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज एक वीडियो जारी किया है। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि एलजेपी बिहार के चुनावों में कोई प्रभाव नहीं डाल पाएगी।
एलजेपी बिहार के चुनावों में सिर्फ एक वोटकटवा पार्टी बनकर रह जाएगी। प्रकाश जावड़ेकर ने स्पष्ट किया है कि बिहार में केवल चार पार्टियां (बीजेपी, जेडीयू, हम और वीआईपी) ही साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं।
चिराग पासवान ने बिहार में अपना अलग रास्ता चुना है। वह भाजपा का नाम लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा की कोई 'B' टीम नही है। JD(U), VIP, HAM एवं हमारा गठबंधन आगामी बिहार चुनाव में तीन चौथाई बहुमत के साथ विजयी होगा।@BJP4India @JPNadda @NitishKumar pic.twitter.com/HJ57O1HrJk
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) October 16, 2020
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि चिराग पासवान ने बिहार में एक अलग रास्ता चुना है, वह बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का नाम लेकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
हमारी कोई B या C टीम नहीं है। इसके साथ ही जावड़ेकर ने दावा किया कि NDA को बिहार के चुनावों में तीन-चौथाई बहुमत मिलेगा और चिराग की पार्टी वोटकटवा पार्टी के रूप में सामने आएगी।
आपको बता दे की आज चिराग पासवान ने अपने पिता की एक ऑडियो क्लिप ट्वीट की है जिसमें उन्होंने कुछ पंक्तियां भी कैप्शन में लिखी है।
ज़ुल्म करो मत
ज़ुल्म सहो मत ।।।
जीना है तो मरना सीखो
कदम पर लड़ना सिखों।।।वोह लड़ रहे हैं हमपर राज करने के लिए
हम लड़ रहे हैं खुद पर नाज़ करने के लिए।#बिहार1stबिहारी1st pic.twitter.com/d1QiVXdw08— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 16, 2020
चिराग ने लिखा, ज़ुल्म करो मत, ज़ुल्म सहो मत, जीना है तो मरना सीखो, कदम पर लड़ना सिखों। वोह लड़ रहे हैं हम पर राज करने के लिए.. हम लड़ रहे हैं खुद पर नाज़ करने के लिए।
आपको बता दे कि हाल ही में जब उनसे यह पूछा गया था की वो एनडीए से अलग हो रहे है तो इस पर गृह मंत्री अमित शाह का रिएक्शन क्या था तो इसके जवाब में उन्होंने कहा था की उन्होंने इस मसले पर चुप्पी साध ली थी।
आपको बता दे, साल 2015 में एलजेपी ने बीजेपी के साथ मिलकर ही चुनाव लड़ा था लेकिन उस समय जेडीयू उनके साथ थी लेकिन इस बार समय बदल गया है।
जेडीयू और बीजेपी अब पूरी 243 सीट पर एक साथ मजबूती से लड़ रही है और कुछ ओपिनियन पोल में भी बीजेपी की सरकार बनने की संभावना जताई गई है।